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    Monday, November 25, 2024
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      डकैती मामले में पप्पू ने खोले कई राज, केवट गैंग का है अहम सदस्य

      “अर्जुन ठठेरा ने करवाई थी करौटा के पूर्व मुखिया की हत्या , सुपारी में मिले थे ढाई लाख रुपये, बबलू ने की थी मदद , शेखपुरा-जमुई बार्डर से करना था एक डॉक्टर का अपहरण”

      हिलसा( चन्द्रकांत)। पटना जिला के करौटा के पूर्व मुखिया की हत्या अर्जुन ठठेरा ढाई लाख रुपये की सुपारी देकर करवाई थी। इस काम के लिए बबलू यादव ने सहयोग किया और शेखपुरा-जमुई बार्डर से एक डॉक्टर के अपहरण की योजना थी, रेकी का काम किया जा चुका था। ऐसा ही कुछ खुलासा हिलसा पुलिस के हत्थे चढ़ा कुख्यात लूटेरा पप्पू केवट सोमवार को पुलिस के समक्ष किया।

      इस आशय की जानकारी डीएसपी प्रवेन्द्र भारती ने हिलसा में आयोजित एक प्रेसवार्ता में दी।

      उन्होंने बताया कि मूलर्त: बंद थाना के बकरा गांव निवासी पप्पू केवट कुख्यात अपराधी है। लूट, डकैती, अपहरण तथा हत्या करना इसकी फितरत में शामिल है। इसका एक गैंग है। जिसकी जानकारी पिछले दिनों पुलिस के हत्थे चढ़े अपराधी अरविंद केवट के स्वीकारोक्ति ब्यान से हुआ।

      अपराधी अरविंद की निशानदेही पर पप्पु के घर से चंडी थाना के बोधीबिगहा गांव से लूटी गई एक मोबाईल बरामद हुई थी। तभी से अपराधी पप्पु केवट की तालाश पुलिस रह रही थी।

      एसपी सुधीर कुमार पोरियार को सूचना मिली कि पप्पु केवट का गिरोह लूट की घटना को अंजाम देने की योजना बना रही है। इसी सूचना के सत्यापन के लिए एसपी श्री कुमार द्वारा विशेष टीम का गठन किया गया।

      विशेष टीम में जिला आसूचना इकाई के सदस्यों के अलावा चंडी के थानाध्यक्ष कमलजीत एवं पुलिस बलों को शामिल किया गया। टीम के सदस्य रविवार की देर शाम चंडी थाना के रामपुर रेलवे हॉल्ट के निकट छापेमारी कर पप्पु केवट को एक लोडेड पिस्तौल के साथ गिरफ्तार किया गया।

      डीएसपी श्री भारती ने बताया कि पूछताछ के दौरान अपराधी पप्पु केवट ने लूट, हत्या, डकैती एवं अपहरण के कई कांडों में अपनी संलिप्ता स्वीकारी।

      अपराधी पप्पु ने कबूला कि पटना जिला के करौटा के पूर्व मुखिया की हत्या अर्जुन ठठेरा के कहने पर की थी। अर्जुन ठठेरा पूर्व मुखिया की हत्या करने के एवज में ढाई लाख रुपये दिया था।

      पूर्व मुखिया की हत्या करने में अपराधी बबलू यादव ने सहयोग किया था। अपराधी पप्पु ने यह भी खुलसा किया किया अगर यह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ता तो एक सप्ताह के अंदर शेखपुरा-जमुई बार्डर से एक डॉक्टर का अपरहरण कर मोटी रकम वसूलने वाला था। टारगेट में रहे डॉक्टर के आवाजाही एवं रहन-सहन तथा ईष्ट-मित्रों की रेकी कर जानकारी ली जा चुकी थी।

       

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