एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। उत्पाद विभाग ने झारखंड-बिहार सीमा अवस्थित रजौली चेकनाका पर अवैध शराब के साथ नालंदा जिले के राजगीर नगर के एक युवक दबोचा है।
हालांकि इस बारे में नवादा उत्पाद एसपी से लेकर स्थानीय पुलिस तक कुछ भी डिटेल देने से बचते रहे, जोकि प्रतिबंधित शराब के कारोबार में उनकी गंभीरता को संदिग्ध बनाती है।
सूत्र बताते हैं कि इस मामले की लीक होते ही आनन-फानन में एक शराब कारोबारी को करीब 55 बोतल बंद शराब शराब के साथ सामने लाया गया। उस कारोबारी को भी छुड़ाने के लिए राजगीर से उसके कुछ संरक्षक युवक रजौली चेकनाका आ धमके और नालंदा के कई सफेदपोशों से पैरवी कराने लगे।
इस संबंध में उत्पाद और पुलिस विभाग का कोई भी अधिकारी कुछ भी डिटेल बताने की स्थिति में नहीं दिखे। उत्पाद अधीक्षक ने पहले मामले को लेकर अनभिज्ञता औऱ उसके कई घंटे बाद पुष्टि करने के बाद रजौली चेकनाका पर तैनात बिवाकर नामक एक कर्मी का नंबर देकर जानकारी लेने की बात कही।
जब उस नबंर पर बात की गई तो उसने एक दूसरे का नबंर देते हुए बताया कि उस समय वह उस शिफ्ट की ड्यूटी में नहीं था। फिर उसने किसी अजय पासवान का एक नंबर देते हुए बताया कि केस का आईओ वहीं हैं, वही डिटेल बता सकते हैं। उधर अजय पासवान सुबह से दोपहर बाद तक कवरेज एरिया से बाहर रहे।
दरअसल, यह सब उत्पाद विभाग-पुलिस और शराब कारोबारियों का एक अंदरुनी खेल है। कभी-कभार किसी एक को दबोचकर अपनी सक्रियता का उदाहरण देना मात्र है। वे इस बात का खुलासा कभी नहीं करते कि धंधेबाजों की खरीद-बिक्री नेटवर्क ग्राउंड क्या है और उससे किस तरह के लोग कहां-कहां से जुड़े हैं। इसमें नीचे से उपर तक सब भींगे हैं।