एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। इन दिनों समूचे नालंदा में बिहार स्कील डेवलपमेंट मिशन चल रही है। श्रम विभाग द्वारा संचालित इस मिशन के तहत यहां 60 केन्द्र बताये जाते है। लेकिन आज भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के स्वर्गवास के ऐतिहासिक दुःखद मौके पर घोषित राजकीय-राष्ट्रीय शोक-अवकाश के दिन भी स्कील डेवलपमेंट केन्द्र यहां दोपहर बाद तक खुले हैं और कथित प्रशिक्षण दिये जाते रहे।
इस संबंध में एक पाठक ने व्हाट्सएप्प के जरिये हिलसा अनुमंडल के एकंगरसराय स्कील डेवलपमेंट सेंटर के फोटो और जानकारी भेजी।
इस प्रमाणिक सूचना पर संचालक भारत भूषण सत्यार्थी ने चौंकाने वाले जबाब दिये। संचालक का कहना है कि उसने डीसीएम की अनुमति से सेंटर बंद नहीं किये और प्रशिक्षण कार्य जारी रखे, क्योंकि जो छात्र आये थे, वे नवोदित बैच के थे। संचालक ने पुष्टि के लिये डीसीएम प्रविन्द का मोबाइल नंबर भी उपलब्ध कराए।
डीसीएम ने बताया कि उसे भी पटना स्तर से कोई मैसेज नहीं दिया गया थी। इसे लेकर उपर संपर्क किया तो उपर से मैसेज भेजा गया। जैसे ही उसे मैसेज मिला, उस मैसेज को उसने सभी सेंटरों को फार्वड कर दिया। अब सेंटर संचालकों ने मैसेज नहीं पढ़े तो वे क्या कर सकता है।
सबाल उठता है कि आखिर ग्रामीण स्तर के बच्चों को स्कील्ड बनाने की जिम्मेवारी संभालने वाले इतने अनस्कील्ड कैसे हैं, जिन्हें राजकीय-राष्ट्रीय शोक-अवकाश के मायने भी पता नहीं है। उनसे जबाब ऐसे मिलते हैं, जिसे राजकीय-राष्ट्रीय अपमान ही माना जायेगा।