“जहां एक तरफ सुशासन बाबू यानि बिहार के सीएम नीतिश कुमार अपने गृह जिले नालंदा के राजगीर नगरी में स्थानीय सांसद पुत्र की विवाह समारोह का लुत्फ उठा रहे थे, वही दूसरी ओर राजगीर थाना से महज कुछ मीटर की दूरी पर भीषण डकैती की घटना को अंजाम दिया गया। शायद सारा पुलिस महकमा सांसद पुत्र की शादी में शरीक सीएम की खैरमकदम में जुटी रही।”
परिजनों के अनुसार रात्रि करीब 1:30 बजे दर्जनों की संख्या में हथियारबंद नकाबपोश डकैत मकान के मुख्य दरवाजा के ताला को तोड़कर घर में घुस गए और परिजनों को बंधक बनाकर करीब दो ढाई घंटे तक लूट पाट मचाते रहे।
परिजनों ने बताया कि सभी डकैत नकाब के आड़ में थे और घंटो लूटपाट मचाने के बाद फ्रिज में रखे पानी भी पिया और आराम से जाते वक्त कह गए कि घर में बम रखा हुआ है। हल्ला मत करना नहीं तो उड़ जाएगा।
जब परिजन प्रारंभिक दौर में इस डकैती का विरोध करना चाह रहे थे तो हथियारबंद डकैत ने कान में हथियार सट्टा कर कहा तुम्हें इधर देखना भी नहीं है और हथियार के बल बंधक बना सारे रूम में रखे पेटी अलमारी को तोड़कर जमकर लूटपाट किया। करीब 1,75,000 रुपये नगद, करीब 3,00,000 रुपये मूल्य के जेवरात व जमीन-जायदात के कागजात समेत अन्य कीमती सामान लूटे जाने की सूचना है।
लव कुश सिंह ने बताया कि उनकी विधवा बूढ़ी मां, जिसके हाथों में एक सोने का चूड़ी था, डकैतों ने उसे भी लूट लिया। उनके नाक के सोने का बेसर भी न छोड़ा।
आश्चर्य की बात है कि सारे डकैत एक घर में घंटों उत्पात मचाते रहे और महज 100 मीटर पर थाने के पेट्रोलिंग गाड़ी को इस वारदात की बू तक नहीं लगी।
बता दें कि लव कुश कुमार सिलाव प्रखंड के सिठौरा गांव के मूल निवासी हैं, जो वर्ष 2013 में एक छोटी सी जमीन की टुकड़ा खरीदकर राजगीर में अपना घर बनाया था। वहीं डकैती हो जाने के बाद सुबह जब परिजनों ने आवाज़ लगाई तो आस पड़ोस के लोग हाथ पैर खोल कर उन्हें बंधन से मुक्त किया।
वहीं आस-पास के पड़ोस के घर वाले भी इस भीषण डकैती से आहत है। तत्पश्चात थाना को सूचना मिली तब थाना सूचना के घंटों बाद घटनास्थल पर पहुंची। इससे गुस्साए लोगों ने राजगीर गिरियक स्टेट हाईवे को करीब डेढ़ घंटे तक जाम रखा। जिसे बाद में राजगीर डीएसपी सोमनाथ प्रसाद ने बड़ी मशकत से खुलवाया।
अब सवाल उठना लाजमी है कि एक तरफ घटनास्थल से महज 1 किलोमीटर की दूरी पर सूबे के सुशासन बाबू अतिथि गृह में जिला प्रशासन के चाक चौबंद सुरक्षा के बीच ऐशोआराम कर रहे थे, वही बगल में थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर इतनी भीषण डकैती को अंजाम दिया जाता है। आखिर सुशासन बाबू की पुलिस भी रात्रि में चैन की कैसी नींद सोती है?