मालदा-सिलीगुड़ी पैसेंजर ट्रेन का इंजन बना आग का गोला, बड़ा हादसा टला
रेल मंडल की ओर से इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि आग लगने का कारण तकनीकी खराबी थी या लापरवाही। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए नए दिशा-निर्देश भी जारी किए जा सकते हैं।

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। कटिहार रेल मंडल अंतर्गत पश्चिम बंगाल के गायसल रेलवे स्टेशन पर एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब मालदा-सिलीगुड़ी पैसेंजर ट्रेन (ट्रेन संख्या 75720) के इंजन में अचानक आग लग गई। इस घटना से यात्रियों में हड़कंप मच गया और अफरातफरी का माहौल बन गया।
ट्रेन जैसे ही किशनगंज की ओर बढ़ने के लिए गायसल स्टेशन पर रुकी, तभी इंजन से आग और धुएं का गुबार उठने लगा। आग की लपटें देख कर यात्री घबरा गए और जान बचाने के लिए ट्रेन से कूदकर इधर-उधर भागने लगे। सबसे अधिक दहशत इंजन से सटे कोच में सवार यात्रियों के बीच फैली, जिन्होंने तुरंत ट्रेन छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर दौड़ लगा दी।
घटना की सूचना मिलते ही स्टेशन मास्टर ने तत्काल कटिहार रेल मंडल मुख्यालय को सूचित किया। कुछ ही देर में दमकल की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग बुझाने में जुट गईं। आग पर काबू पाने में दमकल कर्मियों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। लेकिन अंततः कुछ घंटों के भीतर स्थिति नियंत्रण में आ गई।
इस हादसे के चलते कटिहार-न्यू जलपाईगुड़ी रेलखंड पर रेल परिचालन कुछ समय के लिए ठप हो गया। प्रभावित ट्रेन को वहीं रोक दिया गया और अन्य ट्रेनों का संचालन भी अस्थायी रूप से बाधित हुआ।
कटिहार रेल मंडल के सीनियर डीसीएम धीरज चंद्र कलिता ने बताया कि इंजन में तकनीकी कारणों से आग लगी थी। उन्होंने बताया कि कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ है और समय रहते सभी को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रेन को जरूरी जांच के बाद उसी दिन निर्धारित मार्ग पर रवाना कर दिया गया।
इस पूरी घटना में रेल कर्मचारियों की सतर्कता और दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई के कारण एक बड़ा हादसा होने से टल गया। अगर आग ट्रेन के अंदर फैल जाती, तो जनहानि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था।
स्थानीय लोगों और यात्रियों ने भी मौके पर काफी साहस और संयम दिखाया। कई यात्रियों ने बताया कि यह पहला मौका था जब उन्होंने चलती ट्रेन के इंजन में आग लगते देखा।
रेल मंडल की ओर से इस घटना की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि आग लगने का कारण तकनीकी खराबी थी या लापरवाही। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए भविष्य में ऐसे हादसों से बचाव के लिए नए दिशा-निर्देश भी जारी किए जा सकते हैं।