धनबाद (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। भारतीय प्रशासनिक सुधार एवं जन शिकायत परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष मधुरेन्द्र सिंह के अगुवाई में धनबाद पीएमसीएच अस्पताल की लापरवाही के विरोध में एक अनोखा विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होकर जिला परिषद मैदान से रणधीर वर्मा चौक तक एक कैंडल मार्च निकाली। इस मार्च की खाशियत यह थी कि सभी सदस्यों ने अपने आंखों में काली पट्टी बांध रखी थी। प्रबंधन के खिलाफ वे खुद नेत्रहीन बनकर पद यात्रा कर विरोध दर्ज करा रहे थे।
लेकिन धनबाद पीएमसीएच की लापरवाही से 14 दिनों तक आंखें अस्पताल में पड़े-पड़े खराब हो गई। जरूरत मंद को नही दी जा सकी।
इस प्रकरण में नेत्र विभाग के एचओडी रजनीकांत से मिलकर पटना आईजीएमएस के नेत्र विभाग में नेत्र जरूरत की भी बात बताई गई।
लेकिन उन्होंने यह कहे हुये साफ मना कर दिया देने से कहा कि उनके यहां दान हुई आंखे उनके अस्पताल में ही ट्रांसप्लांट होगी।
भारतीय प्रशासनिक सुधार एवं जनशिकायत परिषद् के जिला उपाध्यक्ष अंकित राजगढ़िया ने कहा कि इस घटना की जितनी भी निंदा की जाए कम है। आये दिन पीएमसीएच की लापरवाही सामने आती है। जिसका नतीजा मरीजों को जान देकर गवांना पड़ता है। जनप्रतिनिधि से लेकर राज्य सरकार सब मौन है। आखिर कब तक जनता के पैसे अस्पताल प्रबंधन बर्बाद करेगा।
मधुरेन्द्र सिंह कहना है कि अस्पताल, जनप्रतिधि, सरकार पीएमसीएच अस्पताल के मुद्दे पर खुद अंधी हो गई। रोहित भरती, अंकित राजगढ़िया और सुशील सांवरिया ने सीएम से मांग की नेत्र बर्बाद होने के प्रकरण में जांच कमिटी बनाकर दोषियों पर सख्त करवाई हो।
इस विरोध मार्च मे मधुरेन्द्र सिंह, अंकित राजगढ़िया, सुशील सावरिया, बंटी विश्वकर्मा, प्रवीण, गणेश, सोनू गो रक्षा दल के सदस्य आशीष तिवारी एवं डेकोर संघ के प्रदीप सिंह हिरापुर चैंबर के सचिव एवं अन्य उपस्थित थे।