पटना (जयप्रकाश)। बिहार में शराब बंदी कानून के बाद भी शराब की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है।यहाँ तक कि बिहार में शराब ऑन डिमांड मिल भी जाती है । बिहार के कई हिस्सों में चिकित्सक, पुलिस तथा सरकारी कर्मचारी द्वारा शराब पीते रंगे हाथ गिरफ्तार होने के मामले भी सामने आए है। लेकिन इस बार हैरान कर देने वाली खबर पटना के जीपीओ की है। जहाँ शराब पीते चार डाक सहायक कर्मचारी पुलिस के हत्थे चढ़ गए। शराब की बोतल के साथ चखने का भी पूरा इंतजाम था । इससे पहले की शराब की बोतल खत्म होती ।जीपीओ में शराब पीने की सूचना पुलिस को लग गई ।
गुरूवार दोपहर पटना जीपीओ के एक कमरे में जीपीओ के कर्मचारी नवल किशोर, अनिल,अमित तथा राजीव ने शराब की व्यवस्था कर रखी थी। साथ में चखने की भी व्यवस्था थी । चारों शराब पीने में मशगुल थे। जाम का नशा परवान चढ़ता, तभी कोतवाली पुलिस को गुप्त सूचना मिलती है कि जीपीओ में शराब पीने और पिलाने का दौर चल रहा है ।
कोतवाली पुलिस ने जीपीओ में धमक देते हुए चारों को शराब पीते रंग में भंग कर डाला।जीपीओ में कर्मचारियों द्वारा शराब पीने और गिरफ्तार होने की खबर फैल गई । इस गिरफ्तारी के बाद जीपीओ में अफरातफरी मच गई ।
डीएसपी शिब्ली नोमानी ने स्वयं जीपीओ में छापेमारी की तथा उक्त चारों को नशे में धूत शराब की बोतल के साथ गिरफ्तार कर लिया। डीएसपी को जानकारी मिली थी कि महीनों से जीपीओ में कुछ लोग शराब पीने में संलिप्त हैं ।
पुलिस अब इस मामले में छानबीन कर रही है कि आखिर कौन लोग इस शराब के धंधे में शामिल हैं ।जीपीओ में शराब कौन सप्लाई करता है पुलिस को उक्त व्यक्ति की भी तलाश है। फिलहाल पुलिस चारों कर्मचारियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।