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केके पाठक ने चलाया बड़ा डंडा, सभी विश्वविद्यालयों से मांगा खर्च का हिसाब

पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी पारंपरिक के कुलपति नहीं आये विश्वविद्यालयों के खाते में जमा और खर्च की गयी राशि का हिसाब मांगा है।

विश्वविद्यालयों से जानकारी मांगी है कि वित्तीय वर्ष 2023-34 में विश्वविद्यालयों को आवंटित राशि में वेतन और पेंशन में कितनी राशि अब तक बांटी है? उस मद में कितनी राशि बची हुई है ? विभाग ने यह जानकारी एक खास प्रपत्र में कुलपतियों से मांगी है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर उच्च शिक्षा निदेशक डॉ. रेखा कुमारी की तरफ से कुलपतियों को लिखे पत्र में विश्वविद्यालयों के पास उपलब्ध अनुदान एवं पीएल खाता आदि बैंक खातों की व्यापक जानकारी मांगी है।

विश्वविद्यालय में सभी बैंक खातों की संख्या, अंतिम अपडेट की स्थिति और उसमें उपलब्ध कुल राशि का विवरण चाहा है। साथ ही अपडेट बैंक खातों के अंतिम पृष्ठ की फोटो कॉपी भी मांगी है।

साथ ही चेतावनी दी है कि विश्वविद्यालयों को बताना होगा कि बताये गये इन खातों के अलावा कोई और अन्य खाता नहीं है। यदि विश्वविद्यालयों का कोई अन्य खाता संचालित पाया जाता है तो आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जायेगी।

साथ ही पिछले एक विभागीय निर्देश, जिसमें कहा गया था कि विश्वविद्यालय केवल दो ही खाते संधारित करें, उसके पालन का प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

समीक्षा बैठक में नहीं आए में तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय और वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपतिः बीते 22 मई को विश्वविद्यालयवार प्रस्तावित बजटीय समीक्षा बैठक नहीं हो सकी।

बिहार शिक्षा विभाग की तरफ से बुलायी गयी समीक्षा बैठक में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय और तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति नहीं नहीं आए। लिहाजा वह बैठक नहीं हो सकी।

इस तरह अब तक हुई चार बैठकों में बुलाये गये आठ विश्वविद्यालयों में केवल केएसडीएस विश्वविद्यालय के कुलपति ने बैठक में हिस्सा लिया। शेष सात विश्वविद्यालयो कुलपति नहीं आये।

आधिकारिक जानकारी के मुताबिक अगली बजटीय समीक्षा बैठक 24 मई होगी। इस विश्वविद्यालय और पटना विश्वविद्यालय दिन बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की बैठक है। इसके बाद बजटीय समीक्षा बैठक 28 और 29 मई को प्रस्तावित है।

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