नालंदा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा के एकंगरसराय प्रखंड में एक सड़क निर्माण में कथित लूट-खसोंट को लेकर इस्लामपुर राजद विधायक राकेश कुमार रौशन और ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल हिलसा के कार्यपालक अभियंता व्रज किशोर प्रसाद आमने-सामने भिड़ गए हैं।
विधायक ने जहां उक्त सड़क निर्माण में भारी अनियमियता और राशि का बंदरबांट को लेकर विभागीय अफसरों और ठेकेदार पर उच्चस्तरीय जाँच और प्राथमिकी दर्ज किए जाने की आवश्यकता जताई है, वहीं कार्यपालक अभियंता ने विधायक के आरोपों को निराधार बताते हुए पथ निर्माण में किसी प्रकार की अनियमियता से साफ इंकार किया है।
दरअसल, सारा मामला एकंगरसराय प्रखंड के तेल्हाड़ा मनोहर बिगहा से मेदनी बिगहा पथ के निर्माण कार्य को लेकर है।
ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल हिलसा के कार्यपालक अभियंता व्रज किशोर प्रसाद का कहना है कि मुख्यमंत्री संपर्क सड़क योजना के अंतर्गत तेलहड़ा मनोहर बिगहा से मेदनी बिगहा पथ अभी निर्माणाधीन है। पथ का कार्य अभी पूरा नहीं हुआ है।
पथ में अलकतरा का कार्य बरसात होने एवं भारी वाहन के जाने के कारण कुछ जगह पर धंस गया है। जिसमें बरसात के मौसम के बाद सुधार करा लिया जाएगा। इस संबंध में संवेदक को पूर्व में ही निर्देश दिया जा चुका है।
पथ में अलकतरा एवं पीसीसी के कार्य का अभी भुगतान नहीं किया गया है। पथ में आवश्यक सुधारोपरांत ही भुगतान की कार्रवाई की जाएगी एवं जीएसबी तथा डब्लूबीएम-3 की सामग्री की जाँच गुण नियंत्रण प्रयोगशाला, ग्रामीण विकास विभाग पटना से कराई गई है। जिसका जांचफल संतोषप्रद है। कहीं कोई गड़बड़ी नहीं की गयी है।
वहीं बीते दिन इस्लामपुर विधायक राकेश कुमार रौशन ने एकंगरसराय प्रखंड के तेलहड़ा मनोहर बिगहा से मेदनी बिगहा पथ का निरीक्षण किया था और उसमें भारी गड़बड़ी को देखते हुए दोषी पदाधिकारी और ठेकेदार पर प्राथमिकी दर्ज करने की जरुरत बताई थी।
विधायक के हवाले से जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया था कि यह पथ मुख्यमंत्री संपर्क सड़क योजना के द्वारा करीब डेढ़ करोड़ रुपए की लागत से एक माह पूर्व बनाया गया है, लेकिन ठेकेदार और पदाधिकारी दोनों मिलकर सरकारी राशि का दुरुपयोग किया गया है।
यह भी कहा गया था कि इस योजना का क्रियान्वयन भी डीपीआर के अनुसार नहीं है और मेटल जहां 70 फीसदी रहना चाहिए और डस्ट 30 फीसदी रहना चाहिए, वही, इस पथ में डस्ट ज्यादा और मेटल कम है।
इस पथ का जहां कालीकरण किया गया है, उसमें बिना इमल्शन के ही कालीकरण कर दिया गया है, जिससे पथ अभी से ही उखाड़ना शुरू हो गया है और इस पथ को बनने के एक महीना बाद ही देखा जा सकता है कि पथ अभी जहां तहां दब गया है। उखाड़ रहा है।
विधायक द्वारा इस पथ की जांच के क्रम में देखा गया कि पथ में बिना पुल पुलिया बनाए ही कार्य को पूर्ण कर दिया गाया है। जिससे किसानों के सामने पटवन की समस्या उत्पन हो गाया है और पदाधिकारी ने बिना जांच किये ठेकेदार को राशि का भुगतान कर सरकार के पैसे का बंदरबांट किया गया है।
जांच के दौरान माननीय विधायक राकेश कुमार रोशन ने बताया कि इस पथ की जांच मुख्यालय स्तर से टीम बनाकर कराया जाए जाना चाहिए और दोषी पदाधिकारी और ठेकेदार पर प्राथमिक की दर्ज होनी चाहिए।
- बिहारः जातिगत गणना में अतिपिछड़ों की भारी संख्या देख सदमे में है भाजपा
- हिंदू शादी पर हाई कोर्ट ने की महत्वपूर्ण टिप्पणी- जब तक पूरे ना हों फेरे सात तब तक…
- यूट्यूबर मनीष कश्यप के न्यायिक हिरासत से वायरल वीडियो मामले में 5 पुलिसकर्मी निलंबित
- सरमेरा-बिहटा फोरलेन मार्ग पर दर्दनाक हादसा, 5 युवकों की मौत, 2 युवकों की हालत नाजुक
- अचानक सड़क मार्ग से नालंदा पहुंचे लालू प्रसाद, राजगीर जू सफारी का किया भ्रमण
Comments are closed.