पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो)। मधुबनी के बेनीपट्टी में स्थानीय पत्रकार सह आरटीआई एक्टिविस्ट अविनाश झा हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक महिला समेत छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
आरंभिक पूछताछ में फिलहाल हत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है। युवा पत्रकार अविनाश झा का अधजली शव शनिवार को एक बोरे में बरामद किया गया था।
उनकी हत्या की शक की सुई बेनीपट्टी में संचालित अवैध नर्सिंग होम के संचालकों पर जा रहीं है। एक अभियुक्त की गिरफ्तारी के बाद उसके बयान से यही आशंका व्यक्त की जा रही है।
गौरतलब रहे कि बेनीपट्टी निवासी चंद्रशेखर झा के पुत्र दयानंद झा ने पुलिस को सूचना दी थी कि उनका भाई बुद्धिनाथ झा उर्फ़ अविनाश झा 9 नबंबर से गायब है। हालांकि पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू कर दी।
गायब पत्रकार के मोबाइल लोकेशन के आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी। पुलिस ने तकनीकी सत्यापन के आधार पर जानकारी हासिल की कि अविनाश झा की आखिरी बातचीत किसी पूर्णकला देवी के साथ हुई थी।
पुलिस ने पूर्णकला देवी से संपर्क साधा तो उसने स्वीकार की कि उसकी बातचीत अविनाश से हुई थी लेकिन वह उस समय अपने मायके ब्रहमपुरा में थी। पुलिस की तकनीकी सत्यापन में उसका झूठ पकड़ा गया।
पुलिस ने सख्ती से पूछताछ शुरू की तो उसने स्वीकार कर ली कि 9 नबंबर को सवा दस बजे रात्रि उसकी मुलाकात अविनाश से एक हेल्थकेयर में हुई थी। कुछ देर बाद जब दोनों हेल्थकेयर से बाहर निकलें तो पहले से घात लगाए पांच लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और उसे केके चौधरी के क्लिनिक की ओर लेकर चले गये।
पुलिस के अनुसार पूर्णकला देवी ने इस घटना का जिक्र किसी से नहीं की, यहां तक कि जब अविनाश के परिवार के लोग पूर्णकला देवी से पूछताछ की तो उसने साफ मना कर दिया कि उसनेे अविनाश को नहीं देखा है।
पुलिस ने पूर्णकला देवी के निशानदेही पर पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। जिनमें रौशन कुमार, बिट्टू कुमार,पवन कुमार पंडित, मनीष कुमार शामिल है।
फिलहाल पुलिस हिरासत में लिये गये बदमाशों से घटना की जानकारी हासिल करने में लगी है।
उधर बेनीपट्टी में युवा पत्रकार अविनाश झा की हत्या से शहर उबाल पर है। सर्वदलीय संघर्ष समिति ने पत्रकार हत्या कांड की उच्चस्तरीय जांच की मांग के साथ, मधुबनी एसपी के गलत बयानी को लेकर माफी मांगने एवं उनके तबादले की मांग की है।
साथ में बाजार में दिवंगत पत्रकार की आदमकद प्रतिमा लगाने, अवैध नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई करने, पत्रकारों की सुरक्षा प्रदान करने एवं सभी आरोपियों को स्पीडी ट्रायल के माध्यम से सजा देने की मांग की है।
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