पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ नेटवर्क ब्यूरो)। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) पर पेपर लीक का एक और दाग चस्पां हो गया है। बीपीएससी की पीटी परीक्षा फिर संदेह के घेरे में आ गई है।
इस मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उनका दावा है कि बीपीएससी पीटी पेपर लीक मामले का तार मुख्यमंत्री सचिवालय से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने इस मामले में बिहार के राज्यपाल फागु चौहान को एक पत्र लिखकर जानकारी दी है। उन्होंने पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से करने की मांग राज्यपाल से की है।
पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास ने रविवार को आयोजित हुए 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा में प्रश्न पत्र लीक मामले में सीधा हाथ मुख्यमंत्री सचिवालय पर होने का आरोप लगाया है।
उन्होंने राज्यपाल को लिखें पत्र में कहा है कि सूचना है कि मुख्यमंत्री सचिवालय में तैनात कुछ अधिकारियों ने ही प्रश्न पत्र लीक कराया है। पेपर लीक में करोड़ों का खेल हुआ है। बिना पैसे के लेन देन के कोई भी पेपर लीक नहीं हो सकता है।
उनका कहना है कि छात्र कड़ी मेहनत करते हैं, कोचिंग संस्थानों को मोटी रकम देकर पढ़ाई करते हैं। इसके बाबजूद भी बिहार की प्रतियोगिता परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो जाता है। बिहार के युवाओं में घोर निराशा छा गई है।
पूर्व आईपीएस अमिताभ कुमार दास ने राज्यपाल को लिखें पत्र में कहा है कि बिहार पुलिस इस मामले की जांच करती है तो पूरे मामले की लीपापोती हो सकती है।आयोग पेपर लीक मामले को नकार भी सकता है।
ऐसे में उन्हें बिहार पुलिस पर पूर्ण विश्वास नहीं है।श्री दास ने पेपर लीक मामले की सीबीआई जांच की मांग राज्यपाल से की है।
इधर बिहार लोक सेवा आयोग ने पेपर लीक मामले को लेकर एक त्रिसदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल को 24 घंटे में प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया है। जांच दल के प्रतिवेदन के आलोक में आयोग के द्वारा समुचित निर्णय लेने की बात कही जा रही है।
रविवार को बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा के लिए राज्य के 38 जिलों में 1083 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें लगभग 6 लाख परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे।