“जातीय आधारित जनगणना सभी पार्टियों की मांग थी। केंद्र सरकार का काम जनगणना करना होता है। हम जनगणना नहीं, बल्कि गणना कर रहे हैं, ताकि जाति के आधार पर किनकी कितनी संख्या है। उनकी आर्थिक स्थिति क्या है। इन सबकी जानकारी सरकार को हो. ताकि उनके विकास के लिए और बेहतर कार्य किया जा सके…
नालंदा (आशीष कुमार)। नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड में 116.65 करोड़ की लागत से नवनिर्मित नालंदा खुला विश्वविद्यालय के भवन का सीएम नीतीश कुमार ने उद्घाटन किया।
इस मौके पर उनके साथ शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर , ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के साथ ही यूनिवर्सिटी के कुलपति व गणितज्ञ डॉ. कृष्णचंद्र सिन्हा, प्रोवीसी डॉ. संजय कुमार, रजिस्ट्रार डॉ. मो. हबीबुररहमान, डॉ. नीलम कुमारी समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि राज्य सरकार अपना काम कर रही है । शिक्षा, स्वास्थ सभी क्षेत्र में विकास हो रहा है। आज राजगीर के नालंदा यूनिवर्सिटी में देश विदेश के छात्र अध्ययन करने आ रहें हैं। इसी तरह नालंदा खुला विश्वविद्यालय बनने से राज्य के छात्रों को फायदा होगा ।
इस मौके पर जातिय आधारित जनगणना के सवाल पर उन्होंने कहा कि जातीय आधारित जनगणना सभी पार्टियों की मांग थी। ताकि हर जाति के बारे में जानकारी हो सके। इसके लिए हम केंद्र से मिले भी। केंद्र सरकार का काम जनगणना करना होता है। हम जनगणना नहीं, बल्कि गणना कर रहे हैं, ताकि जाति के आधार पर किनकी कितनी संख्या है। उनकी आर्थिक स्थिति क्या है। इन सबों की जानकारी सरकार को हो. ताकि उनके विकास के लिए और बेहतर कार्य किया जा सके।
इसके बाद मुख्यमंत्री राजगीर पहुंचे, जहां उन्होंने राजगीर में मलमास मेला के सफल संचालन के लिए अधिकारियों और पंडा कमिटी के सदस्यों को सम्मानित कर स्मारिका का विमोचन किया।
यूनिवर्सिटी के भवनों को बनाने में आई116.65 करोड़ लागत: 10 एकड़ में बने यूनिवर्सिटी के भवनों को बनाने में कुल 116.65 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं। इसमें प्रशासनिक भवन के अलावा, एकेडमिक बिल्डिंग, वीसी बंगला, प्रोवीसी बंगला, प्रोफेसर बिल्डिंग, स्टाफ भवन के अलावा ब्यॉयज एंड गर्ल्स हॉस्टल बने हैं।
प्रोफेसर बिल्डिंग जी प्लस फाइव के दो भवन हैं। इनमें 24 थ्री-बीएच और 24 टू-बीएच फ्लैट हैं। स्टाफ बिल्डिंग जी प्लस फाइव के दो भवन हैं। इसमें 24-24 फ्लैट हैं। जी प्लस टू की 100 क्षमता वाला गर्ल्स हॉस्टल जी प्लस टू बने हैं। इसी तरह, 140 की क्षमता वाला जी प्लस थ्री का ब्यॉयज हॉस्टल है।
प्राचीन नालंदा महाविहार के लुक जैसा प्रशासनिक भवन सबसे खूबसूरत है। छात्र-छात्राओं के खाने के लिए अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस डायनिंग हॉल बनाया गया है। अतिथिशाला भी बनाया गया है। ताकि, यहां आने वाले लोगों को ठहरने के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े।
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