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    Monday, October 14, 2024
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      सावधान! कहीं आप हनी ट्रैकर के चक्कर में तो नहीं ?  झारखंड-बिहार पुलिस सक्रिय, रहें सतर्क

      पटना / राँची (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। झारखंड के सेक्स वर्कर इन दिनों हनी ट्रैकर की भूमिका में हैं। इनका गिरोह सरायकेला झारखंड से लेकर बिहार के पटना, खगड़िया और अररिया तक सक्रिय हैं। हाई क्लास से लेकर मिडिल क्लास के लोग इनकी चपेट में हैं।

      ऐसे बनाते हैं शिकारः गिरोह की सदस्य दिखने में साधारण महिला नजर आती हैं। अपने घर से धंधे का संचालन करती हैं इसमें इनके पति की भी सहभागिता रहती है। यहां तक कि इनके बच्चे भी इसमें पारंगत हैं।

      इनका मुख्य काम पहले दोस्ती बढ़ाना उसके बाद अपना दुखड़ा सुनाकर सामनेवाले को इम्प्रेश करके उसके साथ एक दो आपत्तिजनक फोटो चोरी-छिपे निकाल लेना। उसके बाद शुरू होता है सामने वाले को ब्लैकमेल करने का सिलसिला।

      हैरानी तब होती है जब महिला संगठन, एनजीओ और मीडिया का हवाला देकर अंजान फोन के जरिये बिहार के पटना, अररिया और खगड़िया का जिक्र कर सामनेवाले को डराया जाता है।

      इनके और भी धंधे हैं, मसलन किसी महिला से दोस्ती करना। उनकी बेटियों- बहुओं के अश्लील फोटोग्रफ और वीडियो बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करना भी शामिल हैं।

      इनका ठिकाना भी समय–समय पर बदलता रहता है। कभी ये हाई सोसायटी में रहते हैं, कभी झुग्गी झोपड़ी तो कभी मिडिल क्लास सोसायटियों में रहते हैं और वहां के भोले- भाले युवाओं को फांसकर अपनी दुकान चलाते हैं।

      इनके सवालः फोन के जरिये सामनेवाले को यह कहा जाता है कि मैं पटना से पत्रकार बोल रहा हूं। अमुक महिला द्वारा यह कहा जा रहा है कि आपने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए हैं। महिला अपने बच्चों के साथ पटना आयी है और मीडिया में अपना बयान दे रही है। आपका क्या कहना है ?

      कभी दूसरे नम्बर से कहा जाता है कि मैं महिला समिति से बोल रही हूं पटना गांधी मैदान के समीप से। आपके किसी अमुक नाम की महिला को जानते हैं, वह महिला आपके खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगा रही है आपको पटना आना होगा।

      ऐसे ही नंबर बदल बदलकर सामनेवाले को परेशान किया जाता है। जब समाने वाला व्यक्ति उन्हें स्थानीय थाने के बजाए पटना में शिकायत करने का सवाल किया जाता है तो तर्क यह दिया जाता है कि स्थानीय थाने में महिला की सुनवाई नहीं हो रही इसलिए महिला बिहार आयी है और अपनी पीड़ा बता रही है।

      महिला का मायका बिहार में है। जब उनसे यह पूछा गया कि स्थानीय मीडिया को उसे अपनी पीड़ा बतानी चाहिए तो बताया जाता है कि स्थानीय मीडिया बिकाऊ है, इसलिए वह बिहार आयी है। ऐसे कई तरह के स्वांग भरे जाते हैं।

      सक्रिय हुई झारखंड और बिहार पुलिसः वैसे यह मामला दोनों राज्यों के पुलिस के संज्ञान में आ चुका है। सभी नंबरों को ट्रैप किया जा रहा है। दोनों राज्यों की पुलिस इस गिरोह के गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं। ऐसे में आम नागरिकों को सावधान रहने की जरूरत है।

      रिपोर्ट्स की माने तो सरायकेला जिले के गम्हरिया और आदित्यपुर का सीमावर्ती इलाका जगन्नाथपुर सेक्स वर्करों का हब बनता जा रहा है।

      पिछले साल पुलिस के रेड में ऐसे कई खुलासे हुए थे। हाल के दिनों में सेक्स वर्करों ने अपने ट्रेंड में बदलाव किए हैं। अब ये हनी ट्रैकर की भूमिका में है।

      पुलिस को ऐसे मामलों में कड़े कदम उठाने होंगे, अन्यथा ऐसे हनी ट्रैकर ब्यूरोक्रेट, सिविल सोसाइटी, युवा पीढ़ी, सफेदपोश और पत्रकार सभी को अपना शिकार बना सकते हैं।

      सामान्य सी दिखनेवाली इन महिलाओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है। इनकी कोई मर्यादा नहीं होती, मगर सामेवाला घुट- घुटकर जीने को विवश हो जाता है।

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