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    Friday, November 22, 2024
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      बीडीओ को निशाना बनाकर विधायक ने करा ली अपनी किरकिरी

      ओरमांझी (रांची)। प्रखंड मुख्यालय परिसर अवस्थित राजीव गांधी सेवा केन्द्र सभागार में खिजरी विधायक राम कुमार पाहन द्वारा विकास कार्यों की बैठक बुलाना और प्रखंड विकास पदाधिकारी रजनीश कुमार के नहीं पहुंचने के बाद काफी झल्लाहट उसे स्थगित कर देना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बन गया है।

      समीक्षा बैठक में प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष बालक पाहन, विधायक राम कुमार पाहन, अंचलाधिकारी के साथ विधायक प्रतिनिधि
      समीक्षा बैठक में प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष बालक पाहन, विधायक राम कुमार पाहन, अंचलाधिकारी के साथ विधायक प्रतिनिधि

      सत्तारुढ़ दल के विधायक ने आक्रोशवश यहां तक कह डाला कि ओरमांझी बीडीओ का कोई बड़ा गॉड फादर है। इसलिये उनकी इस तरह की कार्यप्रणाली हो गई है। जनप्रतिनिधि अफसरों के काम में व्यवधान नहीं डालते लेकिन अफसर जनप्रतिनिधियों को सहयोग करना नहीं चाहते।

      उधर बीडीओ रजनीश कुमार का कहना है कि उनकी पत्नी बीमार है इसलिये वे छुट्टी पर हैं। विधायक जी की समीक्षात्मक बैठक की जिम्मेवारी अंचलाधिकारी को दी गई थी। अन्य सभी संबंधित विभागों की इसकी जानकारी सुसमय दे दी गई थी। अगर कोई जिम्मेवार विभागीय लोग समीक्षा बैठक में समय पर नहीं पहुंचे हैं तो यह काफी गलत बात है। ऐसे लापरवाह लोगों से कार्यालय पहुंचने पर जबाब तलब करेगें।

      बीडीओ ने यह भी बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के बीमार होने और छुट्टी पर होने की बात विधायक प्रतिनिधि को भी पहले ही दे दी थी। यह आरोप निराधार है कि वे जनप्रतिनिधियों का अनादर करते हैं या उनकी अवहेलना करते हैं। वे यहां चार वर्षों से पदास्थापित हैं। एक बार भी ऐसा नहीं ऐसा हालात पैदा नहीं हुये हैं।

      उल्लेखनीय है कि विगत 18 जुलाई को विधायक ने बीडीओ को प्रखंड में चल रहे विकास कार्यों की 20 जुलाई को एक समीक्षा बैठक किये जाने बाबत एक पत्र लिखा था।

      इस बैठक में सभी विभागों के अफसरों व कर्मियों को भी उपस्थित रहना था। बैठक का समय 11 बजे निर्धारित था। करीव 11.30 बजे विधायक राजीव गांधी सेवा केन्द्र सभागार पहुंचे वहां कोई भी अधिकारी व कर्मचारी मौजूद नहीं था। थोड़ी देर बाद अंचलाधिकी पहुंचे और उन्होंने अन्य विभागीय लोगों को बुलावा भेजा। करीब एक बजे तक शिक्षा, स्वास्थ्य, मनरेगा आदि विभाग के लोग पहुंच गये।

      इसके बाद विधायक ने यह कहते हुये बैठक को रद्द कर दिया कि किसी भी विभाग के लोग लोग समय पर नहीं पहुंचे हैं और बीडीओ ने पूर्व सूचना देने के बावजूद उनकी अवहेलना की है।

      बहरहाल, विधायक ने जिस तरह से सच्चाई को जाने-समझे वगैर आक्रोशित होकर विकास कार्यों की समीक्षात्मक बैठक रद्द की है और बीडीओ पर जनप्रतिनिधियों के आदेश की अवहेलना के आरोप लगाये हैं, उससे उनकी ही किरकिरी हो रही है। बैठक की जबाबदेही बीडीओ ने सीओ को सौपते हुये विधायक प्रतिनिधि को उपस्थित नहीं रहने की जानकारी दे दी थी तो फिर विधायक द्वारा पत्नी के ईलाज कराने के लिये छुट्टी पर गये एक अधिकारी को निशाना बनाने का औचित्य क्या रह जाता है।

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