“बिहार के सीएम नीतीश कुमार जहां एक तरफ राजगीर के घोड़ा कटोरा में शांति और अंहिसा के पर्याय महात्मा बुद्ध की सबसे ऊंची मूर्ति का अनावरण कर रहे थे तो वहीं दूसरी तरफ नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ के एक मंदिर में एक मासूम बच्ची की बलि देने का खौफनाक अपराध से सन्न रहे….”
बिहारशरीफ (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। खबर है कि बिहार के नालंदा जिला मुख्यालय बिहारशरीफ नगर के खंदकपर अवस्थित नीलकंठ मंदिर में 25 नवंबर की सुबह एक बच्ची के चिल्लाने की आवाज आई। इसे सुन सुबह में उधर से गुजर रहे लोगों ने वहां जाकर देखा तो लोग सन्न रह गए।
वहां एक युवक एक मासूम बच्ची की बलि देने के क्रम में तेज हथियार से प्रहार कर रहा था। इसके पहले मंदिर में बच्ची की पूजा की गई थी।
इसके बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने हमलावर युवक को पकड़कर बच्ची को बचाया और अस्पताल भेजा। जहां उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
अंधविश्वास की इस वारदात की सूचना फेलते ही मंदिर के पास भारी भीड़ उमड़ पड़ी। वहीं,घायल बच्ची की पहचान नालंदा के अजीज घाट निवासी संजय चौधरी की तीन साल की पुत्री कुमकुम के रुप में हुई है।
कहा जाता है कि वह मंदिर के पास सहेलियों के साथ खेल रही थी। तभी पटना जिला के दनियावां का निवासी बिट्टू मांझी हाथ में मिठाई लिए आया और बच्ची को मिठाई का लालच देकर अपने पास बुला लिया।
बच्ची जैसे ही उसके पास पहुंची, बिट्टू मांझी ने अपने दूसरे हाथ में रखे चाकू से उसकी गर्दन, ललाट और चेहरे पर ताबड़ तोड़ कई वार कर दिए। फिर उसे जबरन मंदिर में ले गया। इस दौरान घायल बच्ची और उसकी सहेलियां के शोर मचाने पर स्थानीय लोग जुट गए।