“बिहार में 233 करोड़ का एक और ‘ट्रेजरी महाघोटाला’ उजागर होने पर पक्ष-विपक्ष की सियासत गरमा गई है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव व जीतनराम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है। अपने ट्वीट में तेजस्वी ने कहा कि सृजन घोटाला की तरह इस घाटाला में भी ‘घोटाला बाबू’ की संलिप्तता है…..”
पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। बिहार के मुजफ्फरपुर व दरभंगा ट्रजरी में पकड़े गए 233 करोड़ के घोटाला को लेकर पक्ष-विपक्ष की राजनीति गर्म है। इस पर तजस्वी यादव व जीतनराम मांझी ने नीतीश कुमार पर हमला किया है।
विदित हो कि सीएजी की ऑडिट में बिहार के मुजफ्फरपुर व दरभंगा के जिला नजारत कार्यालय में 233 करोड़ की वित्तीय अनियमितता के दो मामले पकड़े गए हैं।
सीएजी रिपोर्ट के अनुसार ये घोटाले वर्ष 2009 से लेकर 2017 तक के बीच के हैं। इसका खुलासा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में हुआ है।
इस घोटाले का जिक्र करते हुए तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया है कि बिहार में 233 करोड़ का एक और घोटाला हो गया। सभी जिलों की ऑडिट रिपोर्ट आने पर हो सकता है कि यह अब तक का सबसे बड़ा घोटाला हो। इसमें सृजन घोटाले जैसे 35 अन्य घोटालों की तरह “घोटाला बाबू” इसमें भी सम्मिलित हैं।
ट्वीट के अलावा मीडिया से बातचीत में भी तेजस्वी यादव ने तंज कसा कि बिहार में घोटालों की बहार है, क्योंकि यहां नीतीश कुमार हैं।
उधर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि यह घोटाला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संरक्षण में हुआ है। इसमें नीतीश कुमार के लोगों की संलिप्तता रही है।
इस घोटाला के उजागर होने के बाद बैकफुट पर आई सरकार के मंत्री ने सफाई दी है। राज्य सरकार में मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा कि यह देखना पड़ेगा कि कैसा घोटाला है। जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। सुरेश शर्मा बिहार सरकार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोटे से मंत्री हैं।
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