बिहारशरीफ (प्रमुख संवाददाता)। समान वेतन व समान सेवा शर्त की मांग को लेकर जिला के नियोजित प्रारंभिक शिक्षकों ने आन्दोलन का बिगूल फूंक दिया है ।
उक्त बातें परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष रौशन कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा। उन्होंने कहा कि सरकार शिक्षकों की मांग पूरी नहीं करती है, तो उसकी डंका बजा देगें । आन्दोलन की पहली शुरू नौ सितम्बर को जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना देकर किया जाएगा। आज सरकार हम नियोजित शिक्षको के साथ दोरंगी नीति अपनाई हुई है । माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बावजूद राज्य सरकार समान काम समान वेतन लागू नही कर रही है ।
उन्होने कहा कि नियोजित शिक्षकों को सेवा शर्त लागू नहीं हुआ है,शिक्षा विभाग सातवें वेतनमान का निर्धारण के लिए साफ्टवेयर उपलब्ध नहीं करा पाया है। इसके लिए शिक्षा विभाग व सरकार दोषी है ।
उन्होंने कहा कि समान काम समान वेतन, पुरानी सेवा शर्त लागू कराने, राज्यकर्मी का दर्जा देने ,नियोजन इकाई से बाहर स्थानान्तरण, स्नातक योग्यताधारी शिक्षक को स्नातक ग्रेड में प्रोन्नति, डीएलडी(ओडियल) प्रशिक्षण उत्तीर्ण शिक्षक को प्रशिक्षित वेतन का भुगतान करना, डीएलडी(ओडियल) प्रशिक्षण प्राप्त शिक्षक को यथाशीघ्र परीक्षा ली जाए, अप्रशिक्षित TET शिक्षक को ग्रेड पे का लाभ दिया जाए, बेसिक ग्रेड में बीएड योग्यताधारी शिक्षक को छह माह का संर्बधन कोर्स कराया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रशिक्षित शिक्षक को दो वर्ष की सेवा की बाध्यता को समाप्त किया जाए, सातवां वेतन को निर्धारण हेतु साफ्टवेयर यथाशीघ्र जारी किया जाए, पीएफ तथा बीमा का लाभ दिया जाए, नियोजित शिक्षिकाओं को 180 दिन का मातृत्व अवकाश तथा 15 दिन का पितृत्व अवकाश, छात्र/ छात्राओं को सत्र 2017-18 का पाठ्य पुस्तक उपलब्ध कराई जाए तथा अर्धवार्षिक परीक्षा स्थगित किया जाए।
उन्होंने कहा कि लॉटरी द्वारा प्रोन्नति उपरान्त पदस्थापित प्रधानाध्यापक को स्थानान्तरण या सामांजन किया जाए, 34540 में बहाल सहायक शिक्षकों को स्थानान्तरण किया जाए सहित सोलह सूत्री मांगों को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय के समक्ष संघ की ओर से एक दिवसीय धरना दिया जा रहा है ।
उन्होंने धरना में शिक्षकों से अधिक संख्या में आने के लिए अपील किया है ।