“हिलसा प्रखंड में इक्कीस पंचायत समिति सदस्य हैं। अविश्वास प्रस्ताव को पारित करवाने के लिए कम से ग्यारह सदस्यों का समर्थन जरुरी है। पक्ष जहां अपनी कुर्सी बचाने की मशक्कत कर रहे हैं, वहीं विपक्ष कुर्सी हिलाने की पूरजोर कोशिश कर रहे हैं”
हिलसा (धर्मेन्द्र)। नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड प्रमुख एवं उपप्रमुख के भाग्य का फैसला आगामी 26 जुलाई को होगा। विपक्षी सदस्यों की मांग पर विशेष बैठक की तिथि निर्धारण कर पत्र जारी कर दिया गया।
पंचायत समिति के कार्यपालक पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी राजदेव कुमार रजक के हस्ताक्षर से मंगलवार को जारी पत्र के मुताबिक पंचायत समिति सदस्य श्वेता स्वर्ण भारती की अधियाचना पर प्रमुख द्वारा विशेष बैठक के लिए आगामी 26 जुलाई की तिथि निर्धारित की गई।
प्रखंड परिसर स्थित लोहिया सभागार भवन में दिन के साढ़े ग्यारह बजे होने वाली बैठक में प्रमुख तथा उपप्रमुख पर लगाए गए आरोपों पर चर्चा होगी। चर्चा के बाद मत विभाजन की संभावना है।
इक्कीस पंचायत समिति सदस्यों में से सात पंचायत समिति द्वारा प्रमुख एवं उपप्रमुख पर अविश्वास व्यक्त करते हुए विशेष बैठक बुलाने की मांग की गई थी।
विशेष बैठक की तिथि का निर्धारण होते ही हिलसा में पंचायत समिति सदस्यों के जोड़-तोड़ की राजनीति शुरु हो गई। तकरीबन दो वर्ष से प्रमुख रमेश चन्द्र प्रसाद और उपप्रमुख कुमारी किरण सिन्हा की कुर्सी हिलाने के लिए दो वर्ष से इंतजार में बैठे विपक्षी जीत के पंचायत समिति सदस्यों के जोड़-घटाव की प्रक्रिया शुरु कर दी।
दोंनो पक्ष जादुई आंकड़ा से अधिक पंचायत समिति सदस्य को अपने पक्ष में है। ऐसा करने का मकसद क्रॉस वोटिंग या मतदान प्रक्रिया में गड़बड़ी होने के बाबजूद जीत सुनिश्चित करना है।
बहरहाल, जो भी हो जादुई आंकड़ा सत्ता पक्ष के पास होगा या फिर विपक्षी के पास, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।