“राजद के बिहार बंद के समर्थन में शामिल बच्चे न केवल हुल्लड़बाजी की बल्कि विरोध करने पर एक दुकानदार का माथा भी फोड़ दिया। यह घटना शहर के योगीपुर मोड़ के निकट हुई। विजय बलराम सेन हर दिन की तरह गुरुवार को अपनी दुकान खोलकर पूजा कर रहे थे। तभी बंद समर्थक आए और दुकान बंद करने को बोला। दुकानदार विजय जबतक दुकान बंद करता इससे पहले बंद समर्थक दुकान में टंगे कुड़कुड़े का लच्छा और एक डब्बा चॉकलेट ले लिया। विरोध करने पर बंद समर्थकों ने मारपीट किया, जिसमें दुकानदार विजय का माथा भी फट गया।”
हिलसा (चन्द्रकांत)। बालू और गिट्टी मामले को लेकर गुरुवार को राजद के आहूत बिहार बंद का असर हिलसा में दिखा। शहर की सड़कों पर कोई भी सवारी गाड़ी नहीं चली। राजद के प्रखंड अध्यक्ष नवल यादव के नेतृत्व में राजद कार्यकर्ता अहले सुबह से ही अपने-अपने हाथ में झंडा लिए सड़कों पर उतर आए।
शहर की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे राजद कार्यकर्ता सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे थे। बंद के दौरान शहर के वरुणतल, सिनेमा मोड़, योगीपुर मोड़ के निकट राजद कार्यकर्ताओं ने रुक-रुक कर यातायात को अवरुद्ध करते रहे।
हिलसा-फतुहा मुख्य मार्ग पर निमनाटोला गांव के निकट राजद कार्यकर्ता न केवल पेड़ काटकर रख दी बल्कि उसमें आग भी लगा। इस कारण फतुहा-हिलसा मुख्यमार्ग पर वाहनों की आवाजाही लगभग ठप रही।
इस मौके पर राजद नेता सुरेन्द्र यादव, संजय यादव, गोरेलाल यादव, रामाशीष यादव, सूर्यवंश ठाकुर, परवेज आलम, सुखदेव यादव, शिवनाथ साव, पुरुषोत्तम चौहान, रामप्रवेश प्रसाद, मनोज कुमार, सहजानंद, नगीना यादव, सुनील कुमार, पप्पु कुमार आदि शामिल थे।
बंद के दौरान जमकर हुल्लड़बाजी, दुकानदार का फोड़ा माथा
राजद के बिहार बंद के समर्थन में शामिल बच्चे न केवल हुल्लड़बाजी की बल्कि विरोध करने पर एक दुकानदार का माथा भी फोड़ दिया।
यह घटना शहर के योगीपुर मोड़ के निकट हुई। विजय बलराम सेन हर दिन की तरह गुरुवार को अपनी दुकान खोलकर पूजा कर रहे थे। तभी बंद समर्थक आए और दुकान बंद करने को बोला।
दुकानदार विजय जबतक दुकान बंद करता इससे पहले बंद समर्थक दुकान में टंगे कुड़कुड़े का लच्छा और एक डब्बा चॉकलेट ले लिया।
विरोध करने पर बंद समर्थकों ने मारपीट किया। जिसमें दुकानदार विजय का माथा भी फट गया।
दुकानदार विजय का आरोप है कि बंद समर्थक उनके दुकान के गल्ला से सात हजार रुपये भी निकालकर ले भागा। थानाध्यक्ष रत्न किशोर झा ने बताया कि दुकानदार के लिखित आवेदन के आधार पर अज्ञात बंद समर्थकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरु कर दी गई।