Home बिहार हाइकोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद बीच सड़क पर बूचड़खाने के पशु

हाइकोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद बीच सड़क पर बूचड़खाने के पशु

पटना (विनायक विजेता)। इन दिनों यूपी की नई सरकार द्वारा प्रदेश में अवैध बूचड़खानों के खिलाफ ‘ऑपरेशन बूचड़खाना’ चर्चा में है। वहीं दूसरी तरफ यूपी का पड़ोसी राज्य बिहार में पशुओं को आवारा सड़को पर खुला छोड़ देने के खिलाफ हाइकोर्ट के सख्त आदेश के बावजूद सरकार इस ओर से लापरवाह है।

इस तस्वीर को ध्यान से देखें। सरकार की लापरवाही का यह साक्ष्य है अतिव्यस्त अनीसाबाद-फुलवारी शरीफ मुख्यमार्ग पर स्थित महावीर कैंसर संस्थान के सामने का। जहां बूचड़खाने में कत्ल के लिए लाए गए दर्जनों पशुओं को यूं ही बीच सड़क पर छोड़ दिया जाता है।

सूत्रों के अनुसार बूचड़खाना चलाने वाले लोग ऐसे पशुओं के चारा-पानी पर खर्च नहीं करना चाहते इसलिए इनहे आवारा सड़कों पर ही छोड़ दिया जाता है। जरूरत के हिसाब से बाद में एक-एक कर ऐसे पशुओं को बूचड़खाने में ले जाया जाता है।

ऐसे पशुओं को यूं ही आवारा सड़कों पर खुलेआम छोड़ देने से अक्सर अनीसाबाद-फुलवारी शरीफ मार्ग पर सड़क जाम की स्थिति बन जाती है।

खासकर महावीर कैंसर संस्थान जैसे महत्वपूर्ण अस्पताल के पास तो इन आवारा पशुओं के कारण मरीजों को लाने ले जाने वाले एम्बुलेंस सहित अन्य वाहनों के परिचालन पर भी गहरा असर पड़ रहा है। पर सरकार इस सबसे लापरवाह तो बनी ही है लगता है कान में भी तेल डालकर बैठी हुई है।

error: Content is protected !!
Exit mobile version