‘हौसला बुलन्द तो कदमों में सारा जहाँ’ कूछ इन्ही बातों को धरातल पर उतारता बिहार राज्य के नालन्दा जिला अंतगर्त नगरनौसा प्रखंड के मोहिउद्दीनपुर गांव के एक युवक ने गरीब व पिछड़े वर्गों के बच्चों के भविष्य गढ़ने को अपने जीवन का मकसद बना लिया है।
नगरनौसा। वेशक नालन्दा जिला के नगरनौसा प्रखंड अंतर्गत मोहिउद्दीनपुर गांव के पिछड़ी जाति से तालुक रखने वाले पिंटू कुमार भारती ने खुद की कड़ी मेहनत से दबे कुचले वर्ग के बच्चों के भीतर शिक्षा की ज्योत जलाने का कार्य किया है, बल्कि उन बच्चों को समाज की मुख्य धारा में जीने के लिए एक पथ प्रदर्शक का भूमिका निभा रहा है।
उसके कार्य को सराहते हुए नेपाल के जनकपुर में 23-24 तारीख के दिन मुसहर कमन्यूटी एशिया के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन, जिसमें बंग्लादेश, भारत और नेपाल के गणमान्य लोग आए हुए थे। वही पर नेपाल प्रदेश 2 के मुख्यमंत्री बाबूलाल रावत ने पिंटू भारती को सम्मानित किया। इस प्रकार से सम्मान प्राप्त कर पिंटू भारती ने न केवल अपने नाम को रौशन किया बल्कि जिले का भी नाम रौशन किया है।
पिंटू भारती ने बताया, “दवे कुचले बच्चों के लिए आज भी शिक्षा ग्रहण करना दूर की कौड़ी साबित हो रहा है। क्योंकि मैं खुद पिछड़ी जाति से तालुक रखता हूँ। मैं खुद अपने जीवन काल में काफी मुसीबत झेल कर शिक्षा ग्रहण कर पाया हूँ। इसलिए अपनी परेशानी को देखते हुए पिछड़ी जाति के बच्चों के लिए यह बीड़ा उठाया है। ताकि उन्हें शिक्षा प्रदान कर भारत देश का सभ्य नागरिक बना सकूं ।”
बकौल पिन्टू भारती, “यह कार्य मैं स्व. दशरथ मांझी शिक्षण संस्थान के माध्य्म से कर रहा हूँ, जिसमें कुछ लोगों का सहयोग मिल रहा है और उम्मीद करता हूँ कि और भी सहयोग मुझे इस कार्य के लिए आगे भी मिलता रहेगा। यह संस्थान चंडी प्रखंड के चंडी में स्थित है। जहां रह कर अनगिनत बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं”।