“जब तक सूरज-चाँद रहेगा तब तक रौशन तेरा नाम रहेगा के नारों के बीच नालंदा के शहीद हुए जवान रौशन को अंतिम विदाई दी गई………..”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क (दीपक विश्वकर्मा)। रौशन छतीसगढ़ के पुलपास कैंप के समीप हुए नक्सलियों द्वारा लगाए गये आईडी बम विस्फोट में शहीद हुए नालंदा के जवान रौशन का पार्थिव शरीर गुरुवार की दोपहर उनके पैतृक गांव नालन्दा के फतेहपुर पहुँचा
शव पहुँचते ही पूरे गाँव का माहौल गमगीन हो गया। अपने लाल की एक झलक देखने के लिए ग्रामीणों की हुजूम उमड़ पड़ी। इसके बाद जिले के अधिकारियों, नेताओं, व सैन्य अधिकारियों ने नम आंखों से उन्हें श्रद्धाजंलि दी।
शहीद जवान रौशन सीआरपीएफ के 195 बटालियन के जवान थे और वे मंगलवार की रात्रि सर्च ऑपरेशन के लिए कैम्प से निकलकर बापस कैम्प लौट रहे थे। इसी दौरान बुधवार की सुवह करीब सात बजे पुलपास कैम्प से करीब सात सौ मीटर पहले ही नक्सलियों द्वारा लगाई गई आईडी बम ब्लास्ट में शहीद हो गए।
जवान के पार्थिव शरीर गाँव पहुँचने पर सीआरपीएफ और नालन्दा पुलिस द्वारा राजकीय सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस दौरान लोगों ने रौशन अमर रहे का नारा लगाया। श्रदांजलि के बाद शब को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
गौरतलब है कि सीआरपीएफ जवान रौशन कुमार फतेहपुर गांव में एक छोटे गरीब किसान के घर जन्म लेने के बाद बचपन मे ही पढ़ाई के दौरान ही देश के लिए सेवा करने की प्रण लिया था और उसके बाद लगातार अपनी पढ़ाई पूरी कर वर्ष 2017 सीआरपीएफ के 195 बटालियन में जवान के रूप में चयन होते हुए छतीसगढ़ के सुकमा में ज्वाईन किया था।
इस मौके पर बिहार के ग्रामीण विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार सूचना प्रसारण मंत्री नीरज कुमार ,विधायक रवि ज्योति, सीआरपीएफ कैम्प राजगीर के प्राचार्य आई बी के सिंह नालन्दा के डीम योगेंद्र सिंह, एसपी नीलेश कुमार के अलावा कई जनप्रतिनिधि और अधिकारियों और ग्रामीणों ने उनके पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।