हिलसा (चन्द्रकांत)। एक जूनियर ईंजीनियर (जेई) उस समय निगरानी टीम के हत्थे चढ़ गया, जब वार्ड सदस्य से लिए घूस की राशि अपने हाथ में लेकर रखे हुए थे।
नालंदा जिले के हिलसा प्रखंडान्तर्गत चिकसौरा पंचायत के वार्ड संख्या दो के वार्ड सदस्य बरियारपुर गांव निवासी अनुज कुमार प्रसाद सात निश्चय योजना का काम करवाए थे।
इस काम के भुगतान के हेतु मेजरमेंट बुक (एमबी) तैयार करने के लिए जेई राज कुमार वार्ड सदस्य अनुज कुमार प्रसाद से दस फीसदी कमीशन की शर्त रख दी।
वार्ड सदस्य एमबी तैयार करने के बाद ही कमीशन की राशि भुगतान करने की शर्त पर तैयार हुई।
कार्य के एवज में जेई राज कुमार द्वारा लगभग बारह लाख बाईस हजार रुपये का एमबी तैयार किया गया। एमबी को दिखाते हुए जेई श्री कुमार द्वारा कुल एक लाख बत्तीस हजार रुपये की मांग की गई।
वार्ड सदस्य श्री प्रसाद द्वारा कुछ कमीशन कुछ कम करने का अनुरोध किए जाने पर जेई श्री कुमार एमबी देने को तैयार नहीं हुए।
जेई श्री कुमार के इस व्यवाहर से खिन्न वार्ड सदस्य श्री प्रसाद पटना स्थित निगरानी में जाकर शिकायत दर्ज करवाई।
वार्ड सदस्य श्री प्रसाद की शिकायत सत्यापन में सही पाए जाने पर डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में गठित दल गुरुवार की दोपहर में शहर के कौशिक नगर मोहल्ला स्थित जेई श्री कुमार के किराए के मकान के निकट जाल बिछाया।
जैसी ही वार्ड सदस्य श्री प्रसाद द्वारा घूस की रकम दिए जाने की भनक निगरानी टीम को मिली वैसे ही सभी सदस्य कमरे में घुसे और घूस में दी गई राशि के साथ जेई श्री कुमार को अपने कब्जे में ले लिया।
कौन-कौन निगरानी टीम में शामिल थे अधिकारी और कर्मी
निगरानी विभाग ने घूसखोर जेई राज कुमार को गिरफ्तार करने के लिए अपने सबसे विश्वसनीय डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार को लगाया था।
महाराजा कनिष्क कुमार के नेतृत्व में पुलिस इंसपेक्टर सुधीर कुमार, सर्वेश कुमार, सहायक जमादार श्रवण कुमार, इंद्रजीत सिंह, सिपाही अशोक कुमार सिंह एवं हवलदार समीम खान छापेमारी कर घूसखोर जेई को गिरफ्तार किया।
बड़हिया के रहने वाले हैं जेई राजकुमार
एक लाख बत्तीस हजार रुपये घूस लेते निगरानी के हत्थे चढे़ जेई राज कुमार बड़हिया के रहने वाले हैं। डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए जेई मूलत: पटना जिले बड़हिया थाना के डफरौल गांव के रहने वाले हैं।
हिलसा शहर के कौशिक नगर मोहल्ला में किराए के मकान में रहते थे। उसी मकान में अपना निजी कार्यालय चलाते हुए लेन-देन करते थे।
घूसखोर जेई के जिम्मे था हिलसा के तीन पंचायत
घूसखोरी के आरोप में निगरानी द्वारा गिरफ्तार किए गए जेई राज कुमार के प्रभार में हिलसा प्रखंड के तीन पंचायत था। निगरानी के डीएसपी महाराजा कनिष्क कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए जेई मूलत: हिलसा शहर स्थित स्थानीय क्षेत्र अभियंत्रण संगठन (एलएईओ) में पदस्थापित थे।
फिलवक्त मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत चल रहे योजनाओं के क्रियान्वयन की जिम्मेवारी इन्हें सौंपी गई थी। हिलसा प्रखंड के चिकसौरा, रेड़ी तथा मिर्जापुर पंचायत इनके प्रभार में मिला हुआ था। इन पंचायतों में सात निश्चय योजना के तहत होने वाले कार्यों की देख-रेख जेई राज कुमार ही करते थे।
पूरी रकम नहीं देने पर बैग में रख लेते थे एमबी
कार्य कराने वाले संबंधित व्यक्ति को घूसखोर जूनियर इंजीनियर (जेई) राज कुमार तब तक मेजरमेंट बुक (बुक) नहीं देते थे जब वह कमीशन की पूरी राशि भुगतान नहीं पा लेते थे।
निगरानी के हत्थे चढ़ने के बाद जेई राज कुमार के बारे में कई तरह की चर्चाएं हो रही है। ऐसे चर्चाओं में शुमार है जेई राज कुमार से एमबी लेना। चर्चा है कि जेई राज कुमार से जो एमबी ले लिए समझिए वह गंगा स्नान कर लिया।
चर्चा है कि जेई एमबी बनाने में कोई देर नहीं करते थे। काम होने के तुरंत बाद एमबी तैयार कर देते थे, लेकिन संबंधित व्यक्ति के हाथ एमबी तभी लगता था जब उनके हाथ कमीशन की राशि मिल जाती थी। जो व्यक्ति कमीशन की राशि देने में थोड़ा भी आनाकानी किया उसे एमबी दिखाकर फिर अपने बैग में रख लेते थे।