नालंदा ( राम बिलास )। अहिंसा दिवस के रूप में मनाया गया राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्मदिन। राजगीर के अहिंसा प्रशिक्षण केन्द्र में आयोजित इस समारोह में भगवान बुद्ध और तीर्थंकर महावीर की कर्मभूमि राजगीर को अहिंसक क्षेत्र धोषित करने की सरकार से माँग की गयी।
वक्ताओं ने कहा कि भगवान महावीर के आदर्शों को जीवन में उतार कर समाज में शांति, प्रेम, करुणा, मैत्री और विश्व बंधुत्व कायम किया जा सकता है। महावीर और महात्मा गांधी के कर्म व सिद्धांत को दिल और दिमाग में उतारने की जरूरत है।
इस अवसर पर भगवान महावीर स्वामी और महात्मा गांधी जी के आदर्श पर आयोजित परिचर्चा में अवकाश प्राप्त शिक्षक भोला सिंह ने कहा महात्मा गांधी ने सत्य-अहिंसा को अपना कर ही देश को आजादी करवाया था। सत्य और आहिंसा भगवान महावीर स्वामी का भी संदेश है । इन संदेशो पर युवाओं को अमल करने की जरूरत है ।
पी टी जे एम कॉलेज की अध्यापक डॉक्टर देवयानी आर्य ने महिला सशक्तिकरण पर जोर देते हुए कहा कि महिलाओं को और सशक्त करने की जरूरत है। उन्होंने बाल विवाह, दहेज प्रथा और शराबबंदी के खिलाफ सरकार द्वारा आयोजित कार्यक्रम सराहनीय कदम है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसके लिए धन्यवाद दिया ।
शिक्षक गिरजा नंदन पांडे ने कहा कि भगवान महावीर स्वामी के आदर्श पर चलकर ही देश को आगे ला सकते हैं। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अमूल्य योगदान युग युग तक याद किए जायेगे।
प्राचार्य मनोज कुमार ने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांत पर चलकर और गांधीजी के आदर्शों को मानकर देश में स्वच्छ व स्वस्थ्य समाज का निर्माण किया जा सकता है ।
लोक गायक भैया अजीत ने तिलक-दहेज व बाल विवाह पर संगीत प्रस्तुत कर लोगों का मन मोह लिया।
कृष्णा हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर रजनीश रंजन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस पहल की सराहना की।
डाक्टर सुरभि रंजन ने कहा कि जीवन में अहिंसा और सफाई अनमोल रत्न है । इन दोनों पर अमल किया जाए तो जीवन स्वर्ग बन सकता है। उन्होंने दहेज, बाल विवाह और शराब बंदी की तरह भ्रष्टाचार के खिलाफ भी जंग छेड़ने की आवश्यकता बताया।
इस अवसर पर सुधीर कुमार उपाध्याय, अमित कुमार पासवान, पंडा कमेटी के पूर्व अध्यक्ष बृजनंदन उपाध्याय, श्री जैन वात्सल्य मंच के सचिव रमेश कुमार पान , प्रोफेसर श्रवण पांडे, प्राचार्य जयप्रकाश नारायण, अनुपम कुमार, सोनी कुमारी, सुनीता कुमारी, गोलू कुमार, चंदन कुमार, लक्ष्मी नारायण सिंह, अहिंसा प्रशिक्षण केन्द्र के प्रभारी सुनील कुमार आदि ने विचार व्यक्त किया ।