” अफसरों ने आंख बंद करके योजनाओं को मंजूरी दी और ठेकेदारों ने आगे देखा पीछे, सरकारी पैसे को चापाकल के साथ ही जमीन में गाड़ दिया। यहां एक ही जगह पांच चापाकल गाड़े गए।”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क। पटना से प्रकाशित हिन्दी दैनिक भास्कर में एक रोचक लेकिन विकास को परिभाषित करती रंजय कुमार की एक तस्वीर प्रकाशित हुई है। इसे आप नीतिश सरकार के अंधाधुन विकास का पैमाना भी कह सकते हैं।
तस्वीर दरभंगा के लहेरियासराय में स्थित प्लस टू पूर्वांचल हाई स्कूल, राय साहेब पोखर की है। इसी स्कूल में अंधाधुंध विकास दिख रहा है। चापाकल ताबड़तोड़ तरीके से गाड़ दिए गए हैं। शौचालय भी इतनी तेजी में बना दिए गए कि वह किसी काम का नहीं रह गया है।
अफसरों ने आंख बंद करके योजनाओं को मंजूरी दी और ठेकेदारों ने आगे देखा पीछे, सरकारी पैसे को चापाकल के साथ ही जमीन में गाड़ दिया। यहां एक ही जगह पांच चापाकल गाड़े गए। तीसरे नंबर वाला स्कूल का चापाकल है।
इससे सीआरपी की ओर से पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान गाड़े गए चापाकल का कनेक्शन है। यानी अन्य चारों चापाकल का कनेक्शन स्कूल वाले चापाकल से ही है। स्कूल वाला चापाकल खराब होने से सभी चापाकल खराब पड़ा है।
इसी तरह सीआपीएफ की ओर से पिछले चुनाव में बनाया गया स्कूल परिसर के भीतर का शौचालय देखिए। इसका इस्तेमाल तो नहीं ही हो सकता है। स्कूल का अपना तीन चापाकल है, जिसमें एक ही काम का है। इस पर निर्भर हैं 430 विद्यार्थी।
स्कूल के प्रधानाध्यापक कहना है पिछले चुनाव के दौरान स्कूल के चापाकल से अन्य चापाकलों को जोड़ दिया गया था,जो एक साथ खराब पड़ा है।