“इस गांव में गरीब तबके के ज्यादातर लोग निवास करते हैं । बहुतों के पास केवल रहने के लिए मात्र एक कमरा है। आखिर वे शौचालय कहाँ बनाएं।”
विद्यालय के प्रधान शिक्षिका अनिता कुमारी ने बताया कि गांव के ही कुछ लोग विद्यालय के पीछे खुले में शौच कर गन्दगी फैला देते हैं । जिससे विद्यालय की खिड़की से हवा चलने पर बदबू आती है।
गौतम कुमार, प्रकाश कुमार, जिया कुमारी, अंकेस कुमार, खुशबू कुमारी, अंजली कुमारी आदि दर्जनों छात्रों ने बताया कि गांव की औरतों के द्वारा विद्यालय के पिछुती में निरोत होने के कारण दिन में भी शौच किया जाता है। हवा चलने पर बहुत बदबू आती है।
मिथलेश जमादार, धर्मेंद्र प्रसाद, पिंटू विन्द, विनेश्वर विन्द आदि दर्जनों ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में कुछेक के घर को छोड़कर किसी के घर में शौचालय नही है।
इसी कारण गांव की महिलायें छोटे बच्चे निरोत का फायदा उठा कर विद्यालय के पीछे ही खुले में शौच करने चले जाते है। लड़ाई के डर से इन महिलाओं को कौन समझाये।
साथ ही शौचालय निर्माण के बारे पूछे जाने पर ग्रामीणों ने बताया कि इस गांव में गरीब तबके के ज्यादातर लोग निवास करते हैं । बहुतों के पास केवल रहने के लिए मात्र एक कमरा है। आखिर वे शौचालय कहाँ बनाएं।