” रिपोर्ट के अनुसार इन सभी विधायकों से कांग्रेस की उम्मीदवार मीरा कुमार के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार कोविंद को वोट देने के लिए मनाया जा रहा है “
नई दिल्ली। बिहार के राज्यपाल रहे रामनाथ कोविंद को एनडीए द्वारा राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने मीरा कुमार को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। टीआरएस, जदयू, तेलुगुदेशम, बीजेडी के समर्थन के बाद एनडीए के उम्मीदवार की जीत तय मानी जा रही है लेकिन, बीजेपी को विपक्षी कांग्रेस के विधायकों का भी वोट मिल सकता है।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि बिहार के छह कांग्रेस विधायक रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति चुनाव में वोट दे सकते हैं। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही कोविंद को समर्थन देने की घोषणा कर चुके हैं। बिहार में जदयू, राजद और कांग्रेस की गठबंधन सरकार है।
इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार बिहार के बारबीघा के विधायक सुदर्शन कुमार, भागलपुर के विधायक अजीत शर्मा, बेतिया के विधायक मदन मोहन तिवारी, बिक्रम के विधायक सिद्धार्थ, बहादुरगंज के विधायक तौसीफ आलम और कस्बा के विधायक आफाक आलम से जदयू नेता संपर्क में हैं।
रिपोर्ट के अनुसार इन सभी विधायकों से कांग्रेस की उम्मीदवार मीरा कुमार के खिलाफ बीजेपी उम्मीदवार कोविंद को वोट देने के लिए मनाया जा रहा है। हालांकि बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष और नीतीश सरकार में शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने विधायकों द्वारा बीजेपी उम्मीदवार को वोट देने की संभावना से इनकार किया। कांग्रेस नेता का दावा है वो एकजुट हैं।
राष्ट्रपति चुनाव 17 जुलाई को होना है। नतीजे 20 जुलाई को आएंगे। मौजूदा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है। नए राष्ट्रपति 25 जुलाई को पद की शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति चुनाव में इलेक्टोरल कोलेजियम के माध्यम से मतदान होता है। सभी प्रदेशों और केंद्र शासित प्रदेशों के सासंदों और विधायकों के प्रातिनिधिक वोट के आधार पर राष्ट्रपति का चयन होता है।