” फुटपाथ दुकानदार संघ ने तो बाजाप्ता कारु यादव सरीखे लोगों को राजगीर के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर अपना बसूली एजेंट वहाल कर रखा है। ऐसे में थाना प्रभारी द्वारा गलत तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय कैमरा वापस दिलवा देने की बात करना, समूचे रैकेट में बहुत कुछ उघेड़ जाता है।”
बिहारशरीफ (संवाददाता)। नालंदा जिले के अंतर्राष्टीय पयर्टन हृदयस्थली राजगीर में अजीब सा माहौल कायम है। यहां गुंडों की नंगई और पुलिस की मिलीभगत के कई मामलें उभर कर सामने आये हैं। लेकिन आज जो मामला उभर कर सामने आया है, वह राजगीर के एक व्यवसायिक संगठन की भी पोल खोल रही है।
गांधी टोला राजगीर निवासी बलराम कुमार प्रतिदिन विश्व शांति स्तूप उपरी पटीपर सैलानियों के बीच फोटोग्राफी का कार्य कर जीविकोपार्जन करता है। बीते 11 अगस्त को करीब पौने ग्यारह बजे विश्व शांति स्तूप पर जब वह रोजाना की भांति फोटोग्राफी कर रहा था कि अचानक बड़ी मिल्की राजगीर निवासी अयज कुमार उर्फ कारु यादव पहुंचा औऱ गाली गलौज करते हुये मारपीट करने लगा तथा डी 5200 निकॉन कैमरा एवं तीन हजार रुपये छीन लिये।
इसके बाद कारु यादव ने पीड़ित फोटोग्राफर को यह धमकी दी कि वह फुटपाथ दुकानदार संघ का अध्यक्ष है और सिर्फ उसे ही विश्व शांति स्तूप के उपर फोटोग्राफी करने का आदेश अनुमंडल पदाधिकारी से मिला हुआ है।
बकौल पीड़ित बलराम, जब उसके साथ मारपीट और छीनाझपटी होते देख बचाव करने शम्भू कुमार आया तो कारु यादव उसके साथ भी मारपीट करने लगा और जातिसूचक गांलियां देने लगा।
इस घटना के बाद पीड़ित तुरंत राजगीर थाना शिकायत दर्ज करने पहुंचा लेकिन 11 अगस्त और 12 अगस्त को थाना प्रभारी नहीं हैं का बहाना बना कर शिकायत आवेदन लेने से इंकार कर दिया गया। आज 13 अगस्त को जब पीड़ित ने थाना प्रभारी से मोबाईल पर बात की तो थाना प्रभारी ने कहा कि वे कैमरा दिलवा देगें। इंतजार करो।
बता दें कि यहां फुटपाथ दुकानदार संघ जैसे कई संगठनें हैं, जो छोटे-मोटे कारोबार कर अपनी जीविका चलाने वालों से बंधी-बंधाई रकम वसुलते हैं। फुटपाथ दुकानदार संघ ने तो बाजाप्ता कारु यादव सरीखे लोगों को राजगीर के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों पर अपना बसूली एजेंट वहाल कर रखा है।
ऐसे में थाना प्रभारी द्वारा गलत तत्वों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय कैमरा वापस दिलवा देने की बात करना, समूचे रैकेट में बहुत कुछ उघेड़ जाता है।