पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज)। प्रथम लोक शिकायत निवारण प्राधिकार सह प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने आज बक्सर जिले के सरकारी स्कूलों में भारी पैमाने पर हुई मिड डे मिल घोटाला से जुड़े एक मामले की सुनवाई के बाद तात्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी समेत सभी प्रखंड संसाधन सेवी को दोषी करार देते हुये सबो को सेवा से तत्काल वर्खास्त करने, उनसे गबन की राशि वसूलने एवं फर्जीबाड़ा करने की प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई का आदेश दिया है।
तात्कालीन जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुरेश कुमार मंडल के साथ जिन प्रखंड संसाधन सेवी के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिये गये हैं, उनमें बक्सर प्रखंड के राजीव रंजन पांडे, ईटाढ़ी प्रखंड के मो. रिजवी, नावा नगर के धीरज प्रसाद, ब्रह्मपुर प्रखंड के बृ बिहारी शर्मा, सिमरी प्रखंड के प्रवीण कुमार, डुवरांव प्रखंड के प्रीति श्रीवास्तव, राजपुर प्रखंड के संजय राय, चौसा प्रखंड के श्याम कुमार शामिल हैं।
श्री किशोर ने यह अंतिम आदेश बक्सर शहर के गली नंबर-7 निवासी अरविन्द कुमार सिंह की अन्यन वाद संख्या- 430110116111703157 की सुनवाई के दौरान बक्सर डीएम राघवेन्द्र सिंह की जांच रिपोर्ट के आलोक में दी है।
पूर्व के एक अंतरिम आदेश के तहत तात्कालीन डीएम अरविन्द कुमार वर्मा ने जिला विकास आयुक्त अरविन्द कुमार और जिला आपूर्ति पदाधिकारी शुशील कुमार मिश्रा को मामले की गहराई से जांच करने के आदेश दिये थे।
उस जांच रिपोर्ट रिपोर्ट में साफ स्पष्ट है कि तात्तकालीन जिला कार्यक्रम अधिकारी के संज्ञान में जिले के सभी प्रखंड संसाधन सेवी ने फर्जी तरीके से मिड डे मिल का चावल गबन किया है।
परिवादी अरविंद कुमार सिंह का भी शिकायत थी कि बक्सर जिले के सभी प्रखंडों में मध्यान भोजन योजना में चावल मैन्यूली आवंटन की आड़ में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड संसाधन सेवी ने करोड़ों रुपये की सरकारी राशि का गबन किया है।