“ग्रामीण कहने लगे कि विकास नहीं तो नेताओं को सम्मान नहीं। स्थानीय लोग अभिषेक पुष्करणी पोखर की सफाई नहीं होने से नाराज थे….”
स्थानीय लोगों के प्रबल विरोध को देख मंत्री महोदय वहां से आनन फानन में निकल गये। इसके बाद ग्रामीणों ने नीतीश सरकार के विरोध में जम कर नारेबाजी की।
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार रविवार को वैशाली के पुष्करणी पोखर में भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण करने पहुंचे थे।
जब मंत्री वहां पहुंचे तो ग्रामीणों ने उनका विरोध शुरू कर दिया।
उनका कहना था कि पोखर की सफाई नहीं होने से उनको घर में छठ पूजा करनी पड़ी। सरकार छठ पूजा के लिए घाटों की सफाई को लेकर गंभीर नहीं थी। सरकार विकास की बात करती है लेकिन हकीकत में विकास दिखता नहीं है।
इसके बाद नाराज ग्रामीणों ने पहले मंत्री श्रवण कुमार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों का विरोध बढ़ता गया और नीतीश कुमार मुर्दाबाद के नारे गूंजने लगे।
इसके बाद मंत्री श्रवण कुमार पैदल ही अपनी गाड़ी तक पहुंचे और आनन फानन में वहां से निकल भागे। इसके बाद ग्रामीणों ने स्थानीय जदयू विधायक राजकिशोर सिंह को घेरा।
वैशाली विकास संघ के युवा वैशाली को पर्यटक स्थल घोषित करने की मांग कर रहे थे। उन्होंने विधायक को अपनी नाराजगी बतायी।
आखिर क्यों नहीं पुष्करणी पोखर की सफाई की गयी ? छठ पूजा को लेकर क्या सरकार गंभीर नहीं थी ? भगवान बुद्ध की प्रतिमा का अनावरण क्या इसी स्थिति में होगी ?