हिलसा (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज) । नालंदा जिले के हिलसा कोर्ट परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह के आधार पर सात सौ छह मामले मामलों को निष्पादित किया गया। निष्पादित मामलों में सर्वाधिक बैंक और कर्जदारों से जुड़ा हुआ मामला शामिल है। इसके अलावा इक्कीस अपराधिक तथा बिजली विभाग के पंद्रह मामले भी निष्पादन की सूची में शामिल है।
राष्ट्रीय लोक अदालत में सुलह के आधार पर मामले को निष्पादित करने के लिए अहले सुबह से ही लोगों की आवाजाही कोर्ट परिसर में होने लगी थी। अपर जिला जज एसके पांडेय और अनुमंडलीय विधिक सेवा प्राधिकार (एसडीएलए) के सचिव-सह-एसडीजेएम दीवेश कुमार अदालत की कार्यवाही पर पैनी नजर रखे हुए थे।
एसीजेएम इंद्रजीत सिंह, प्रथम श्रेणी न्यायिक दंडाधिकारी अमरजीत कुमार, सिकंदर पासवान एवं सुनील कुमार सिंह न्यायपीठ के रुप में मामलों की सुनवाई शुरु की। जैसे हीं मामले की सुनवाई शुरु हुई, वैसे ही लोगों में अपने-अपने मामले को निष्पादित कराने की होड़ मच गई, जो वर्षों से परेशान थे।
सर्वाधिक भीड़ विभिन्न बैंक से जुड़े कर्जदारों की थी। कर्जदारों में से छह सौ सत्तर कर्जदार और बैंको के बीच लंबित दो करोड़ इक्कत्तीस लाख सतासी हजार एक सौ चौरानवे रुपये बकाया में से एक करोड़ छब्बीस लाख अठ्ठारह हजार सात सौ बारह रुपये में समझौता हुआ।
समझौते की राशि में से सड़सठ लाख उनसठ हजार पांच सौ सतहत्तर रुपये कर्जदारों द्वारा संबंधित बैंको में तत्काल जमा कराया गया। शेष राशि को जमा करने के लिए कर्जदारों को एक तय वक्त दिया गया। इसके अलावा आपसी सुलह के आधार पर अपराधिक इक्कीस मामले को निष्पादित किया गया।
बिजली विभाग से जुड़े पंद्रह मामलों का निष्पादन आपसी सुलह के आधार किया गया जिसमें बिजली विभाग को एक लाख एक हजार तीन सौ चौंतीस रुपये की बकाया राशि की वसूली हुई।
मामले की सुनवाई में अधिवक्ता विजय कुमार, कांग्रेस कुमार, संजय कुमार सिंह, सुषमा कुमारी, अनिल कुमार, आशा कुमारी, सगीना पासवान एवं सुनील कुमार तथा सहायक सुशांत सरकार, मो. नेमतुल्ला, विजय शंकर, दिलीप कुमार, मो. अब्दुल सत्तार, विशाल कुमार, धनंजय कुमार एवं मंतोष कुमार बतौर सदस्य एवं सहयोगी के रुप में सहयोगशील रहे।
लंबे अर्से बाद गले मिले एडवोकेट और सीओ
हक और अधिकार को लेकर चले विवाद को एक-दूसरे से काफी दूर हुए एडवोकेट और सीओ लंबे अर्से बाद गले मिले। आपसी भूमि विवाद के पचड़े में हिलसा के तत्कालीन सीओ सतीश कुमार और एडवोकेट स्वामी सहजानंद के बीच कतिपय मुद्दों को लेकर ठन गई। मामला कोर्ट तक पहुंच गया।
इस बीच सीओ सतीश कुमार का हिलसा से स्थानान्तरण हो गया, लेकिन मामले को लेकर कोर्ट में सीओ के साथ-साथ राजस्व कर्मचारी मनमोहन सिंह को हाजरी लगानी पड़ रही थी। सामाजिक पहल के बाद दोंनो समझौते को राजी हुए और शनिवार को हिलसा पहुंचकर राष्ट्रीय लोक अदालत में अर्जी दाखिल की।
प्रथम श्रेणी दंडाधिकारी-सह-मुंसिफ सुनील कुमार सिंह की अगुआई में गठित न्यायपीठ में मामले को सुनकर निष्पादित कर दिया गया। कोर्ट से मामले के निष्पादन बाद बाहर निकले एडवोकेट स्वामी सहजानंद और सीओ सतीश कुमार एक-दूसरे गले मिल मंगल जीवन की कामना की।