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    Friday, November 22, 2024
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      जुमलेबाजी नहीं, कार्रवाई कर दिखाईये सुशासन बाबू के डीएम साहब

      शराबंदी के बाद बिहार के सीएम नीतिश कुमार उर्फ सुशासन बाबू ने साफ तौर पर कहा था कि जिस थाना क्षेत्र में शराब मिलेंगे, वहां के थानेदार नपेगें। उन पर केस दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जायेगी।

      लेकिन बिहार में प्रतिबंधित शराब की उपलब्धता का क्या आलम है और कितने थानेदार नपे हैं, यह जगजाहिर है।

      ठीक उसी तर्ज पर जिलों में पदस्थ उनके प्रतिनिधि आला अफसर  भीजुमला फेंकने लगे हैं। सीएम के गृह जिले के डीएम भी मीडिया की सुर्खियों में बने रहने की कला में माहिर हैं।

      विगत दिनों उन्होंने कहा था कि जहां भी अवैध बालू के कारोबार होगें, वहां के थानेदार और सीओ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की कार्रवाई की जायेगी।”    

      एक्सपर्ट मीडिया न्यूज। खबर है कि नालंदा जिले के मानपुर – बिहार थाना सीमा क्षेत्र में अवैध बालू उत्खनन और कारोबार चरम पर है। इसमें पुलिस-प्रशासन की खुली मिलीभगत है। सब कुछ जानते हुये भी कहीं से न तो कोई कार्रवाई की गई और नहीं हो पा रहा है। nalanda balu mafiya 2

      ऐसी बात नहीं है कि इन बालू माफियाओं की जानकारी किसी को नहीं हैं। सबको है। अनुमंडल प्रशासन से लेकर जिला खनन विभाग तक को बहुत पहले से है। लेकिन उनके लिये चांदी के जूते की मार को सहलाने का अपना आनंद ही अलग है।

      नालंदा जिले के मानपुर थाना 10.77 एकड़ आम गैरमजरूआ कृषि योग्य भूमि पर 20 फीट गड्ढा खोदकर लगभग 80% बालू निकाल माफियाओं द्वारा बेच दिया है। बाकी करीव 20 फीसदी का भी अवैध उत्खनन जारी है वह भी पुलिसिया संरक्षण में।

      हाल ही में इसी अवैध खनन स्थल से बालू लाने जा रही ट्रैक्टर ने एक जान भी ले ली थी, जिससे गुस्साए ग्रामीणों ने ट्रैक्टर सहित उत्खनन में लगी जेसीबी मशीन को आग के हवाले कर दिया। इस वारदात के बाद यहां अवैध खनन का कारोबार बंद नहीं हुआ। घटना के दूसरे दिन से ही बालू माफिया अपने काले धंधे में पहले की भांति ही जुटे हैं।

      सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इस अवैध उत्खनन के चिन्हित माफियाओं के खिलाफ आज तक एफआईआर तक दर्ज नहीं किया गया।

      बता दें कि इसी थाना क्षेत्र में पंचायत के मुखिया और असामाजिक तत्वों के बीच अवैध उत्खनन को लेकर गोलीबारी हुई थी और थानेदार सहित वरीय पदाधिकारी दोनों तरफ से पुलिसिया एफआईआर दर्ज भी किया गया। फिर भी यहां रोज धड़ल्ले से 80 से 100 ट्रैक्टर अवैध बालू अवैध उत्खनन हो रहा है।

      यह आम गैरमजरूआ जमीन जो नदी के किनारे अवस्थित है, उससे निकाला जा रहा है, जो बरसात के दिनों में कई गांवों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होनी तय दिखता है।

      अब देखना है कि सुशासन बाबू के डीएम साहेब इस तरह के खुले कारोबार की जानकारी पर वे फौरिक तौर पर मानपुर थाना और बिहार थाना के थानेदार के साथ संबंधित अंचलाधिकारी पर क्या कार्रवाई करेगें? प्राथमिकी दर्ज करेंगे?

      बेहतर है कि जुमलों के सहारे मीडिया की सुर्खियां बटोरने और चेहरा चमकाने के बजाय कार्रवाई करके हासिल किये जाएं। क्योंकि हमारी एक्सपर्ट मीडिया न्यूज टीम के पास जिस तरह के प्रमाण उपलब्ध हैं, उससे साफ जाहिर है कि यहां बालू माफियाओं का पुलिस-प्रशासन की सीधी संलिप्तता है।

      देखिये ताजा सूरत ए हाल वीडियो………

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