“कुख्यात डॉन अखिलेश सिंह का जलवा जमशेदपुर रेलवे स्टेशन पर देखने को मिला। उसने ट्रेन से उतरते ही अपने समर्थकों को रॉबिनहुड स्टाइल में संबोधित करते हुये कहा- ‘चिंता के कवनो बात नइखे, आपन शहर आपन होला, सबकुछ ठीक हो जाई। तीसरी बार पकड़ा कर शहर लौटत बानी। कुछ गलत न करले बानी..।’ इस मौके पर उसकी पत्नी भी मौजूद थी।”
टाटानगर स्टेशन पर ट्रेन के पहुंचने के बाद अखिलेश सिंह हाथ हिलाते हुआ अपने साथियों का अभिवादन करता रहा। हंसता रहा। आगे-आगे वह चल रहा था तो उसकी पत्नी पीछे-पीछे चल रही थी। पत्नी पीछे रह जाती तो वह पीछे मुड़कर पत्नी की ओर देखता। फिर आगे बढ़ जाता।
जमशेदपुर स्टेशन से लेकर जुगसलाई थाने तक अखिलेश सिंह के चेहरे पर खौफ की एक लकीर तक नहीं दिखाई दी। छह फीट चार इंच का ये डॉन ऐसे बर्ताव कर रहा था जैसे कोई सेलिब्रेटी हो।
जमशेदपुर में उसके समर्थक भी उससे मिलने के लिए पागल हुए जा रहे थे। पुलिस वाले भी उसके मेहमानबाजी में लगे रहे। जुगसलाई थाने के जिस हाजत में गैंगस्टर को रखा गया वहां रात में इत्र का छिड़काव भी गया गया।