कल देर शाम एक्सपर्ट मीडिया न्यूज डेस्क के पास एक सूचना आई कि नालंदा जिले के मनोरम वादियों में संचालित एक थाना में ‘बादशाह’ एएसआई द्वारा एक ट्रैक्टर को छोड़ने की एवज में 12 हजार रुपए नजराना मांगी जा रही है।
कहा जाता है कि जब ट्रैक्टर आ रहा था तो कहीं ढलान पर लगा था। इसी बीच कोई स्कार्पियो वाहन पिछे से आया और ट्रैक्टर से रगड़ खा गया। इसके बाद ट्रैक्टर चालक से मालिक को बुलवाया गया। फिर दोनों वाहन के लोग आपस में मैनेज करते हुए थाना गए।
वहां एएसआई ने मामला रफा दफा करने की एवज में कुल 6800 रुपए स्कार्पियो वाले को दिलवाया।
इसके बाद मैनेज कराने वाले एएसआई ने ट्रैक्टर वाले से 12000 रुपए की मांग करने लगा। इतनी राशि देने में ट्रैक्टर मालिक आनाकानी करने लगा। उधर एएसआई केस कर अंदर कर देने की धमकी देने लगा।
घटना दिन की थी। करीब रात 9.30 बजे मामला पटरी पर आया। कुल 7100 रुपये में सौदा पटा और ट्रैक्टर को थाना से छोड़ दिया गया।
बता दें कि इस मामले की जानकारी जिले के एक सीनियर पुलिस अफसर को दी गई थी, लेकिन शायद वे अपनी व्यस्तता या विवशता के कारण कोई संज्ञान नहीं ले पाए।
हालांकि नालंदा जिले के प्रायः थानों में यह सब रोजमर्रा की बात है। पुलिस को हर अपराध में सिर्फ कमाई दिखती है। ये निगरानी वाले की चपेट में भी आते रहते हैं। लेकिन कहीं कोई भय नजर नहीं आता, शायद पैसा हर जगह बोलता है। इसीलिए इनके लिए सिर्फ पैसा ही अधिक मायने रखते हैं।