Home देश हिंया गुरुकुल परंपरा निभाईए, अन्यथा नौकरी लाद जाईए

हिंया गुरुकुल परंपरा निभाईए, अन्यथा नौकरी लाद जाईए

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-: एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क :- 

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गुरुकुल की श्रेष्ठ परम्परा का शालीन अनुकरण कहा जाय या मनुवादी परंपरा। गुरुकुल यानी बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान हाजीपुर, जहाँ जेल अधीक्षक, प्रोबेशन अधिकारी और अभियोजन पदाधिकारी को प्रशिक्षण कराया जाता है।

यहाँ जो अधिकारी या प्रशिक्षु निदेशक नीरज झा को पैर छूकर नित्यदिन प्रणाम करता है, वह उनका स्नेह का पात्र है और जो पैर छूकर आशीर्वाद नहीं लिया वह अनुशासनहीन।

जी हाँ ऐसा हीं मामला संज्ञान में आया है। सूरज कुमार सिन्हा,आईटी मैनेजर जो निदेशक को पसंद नहीं हैं। क्योंकि वे गैर ‘…….’ जाति से हैं।  ऐसा हीं कुछ आरोप लगाया गया है सूरज कुमार सिन्हा द्वारा कि…

कुछ कर्मी और अधिकारी महीना में मुश्किल से 10 दिन कार्यालय में उपस्थित होते हैं तो कुछ कम समय के लिए उपस्थित होते हैं। परंतु उनपर कोई कार्रवाई नहीं होती, क्योंकि वे निदेशक के स्नेहपात्र हैं।

निदेशक महोदय के कार्यलय में प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा अर्चना की जाती है। उनके कार्यलय कक्ष में शिव भगवान की बड़ी प्रतिमा भी स्थापित है।

सूरज कुमार सिन्हा NIT मेघालय से M.tech(Computer science) की डिग्री हासिल कर आल इंडिया GATE की परीक्षा में उत्तीण हुए एवं GATE के रैंक के आधार पर उनका चयन बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसाइटी पटना द्वारा आईटी प्रबंधक के पद पर हुआ।

साल 2019 के जुलाई माह में उनका पदस्थापन हाजीपुर अवस्थित बिहार सुधारात्मक प्रशासनिक संस्थान में हुआ। लगभग 6 माह के कार्यकाल में उन्होंने संस्थान में सहायक अभियोजन पदाधिकारी, महिला कक्षपाल, पुरुष कक्षपाल, प्रोबेशन पदाधिकारी के बैच को कंप्यूटर का प्रशिक्षण दिया।

साथ हीं साथ कार्यालय कार्य हेतु टैली, डेटाबेस क्रिएशन, आईडी कार्ड निर्गत किया जाना एवं अन्य कई तकनीकी कार्यों में संस्थान को एक नई पहचान दिलाई।श्री सिन्हा कार्यलय से छूटते हीं कोचिंग/ट्यूशन सेवा देते थे।

बस यही बात संस्थान के निदेशक को जँची नहीं और श्री सिन्हा की सेवा वापस के लिए विभाग को लिखा और विभाग ने भी आनन फानन में ट्रांसफर का आदेश जारी कर दिया।

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