” बिहार सरकार की मनमानी व तानाशाही रवैया नही चलने दी जाएगी। इतना ही नही जब तक मुखिया को उसका अधिकार नही मिल जाता, तब तक संघ द्वारा चरणबद्ध तरीका से आंदोलन जारी रहेगा। पंचायत राज अधिनियम 2006 में पंचायत राज्य व्यवस्था के तहत ग्रामसभा के ध्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री उच्य न्यायालय की अवहेलना कर अपने तानाशाही दिखा रहे है।”
नगरनौसा/इसलामपुर (नालंदा)। नालंदा जिला मुखिया संघ के सचिव एवं नगरनौसा प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष व प्रखंड के आदर्श पंचायत भूतहाखार के मुखिया ममता देवी के नेतृत्व में प्रखंड के सभी मुखिया नगरनौसा प्रखंड कार्यालय के सामने पटना बिहार शरीफ मुख्य मार्ग राष्ट्रीय उच्य पथ संख्या 30A पर राज्य सरकार के द्वारा मुखिया के अधिकार में लगतार हो रहे कटौती के विरोध में सड़क पर उतरे और एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन कर कुछ घंटों के लिए सड़क जाम कर यातायात बाधित किया। इससे यात्रियों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। सड़क जाम के दौरान सिर्फ एम्बुलेंस एवं आपातकालीन वाहनों को आने-जाने दिया जा रहा था।
प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष ममता देवी ने कहा कि जिस तरह से मुखिया के अधिकारो में दिन व दिन कटौती हो रही है। इससे पंचायती राज व्यवस्था ही कमजोर और लचर होगी। केन्द्र सरकार द्वारा पंचायतों के सर्वांगीण विकास के लिए पंचम व 14 वीं वित्त की आवंटित राशि को सीधे पंचायत के अधिकार में दी जाए व मनमाने तरीके से केन्द्र द्वारा आवंटित राशि को सात निश्चय से दिए जाने कि फैसला को रद्द किया जाय। वार्ड विकास समिति को भंग की जाए। पंचायत के मुखियाओं को पूर्ण शक्ति प्रदान की जाए तथा मुखियाओं को पूर्ण सुरक्षा प्रदान किया जाय।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार की मनमानी व तानाशाही रवैया नही चलने दी जाएगी। इतना ही नही जब तक मुखिया को उसका अधिकार नही मिल जाता, तब तक संघ द्वारा चरणबद्ध तरीका से आंदोलन जारी रहेगा। पंचायत राज अधिनियम2006 में पंचायत राज्य व्यवस्था के तहत ग्रामसभा के ध्वस्त करने के लिए मुख्यमंत्री उच्य न्यायालय की अवहेलना कर अपने तानाशाही दिखा रहे है। मुख्यमंत्री अपने पद का दुरुपयोग करते हुए अध्यादेश लाकर ग्राम सभा को समाप्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पंचायत के अधीन कार्य कर रहे पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, विकास मित्र समेत अन्य कर्मी के वेतन तथा उपस्थिति पंजी के अवलोकन व संधारन का काम मुखिया को मिलना चाहिए। अभी जमीनी स्थिति यह है कि जब विकास कार्य या कोई अन्य कार्य के लिए पंचायत सचिव की खोज की जाती है तो दूसरे पंचायत का नाम बताकर कन्नी काट लेते हैं।
उन्होंने कहा कि जिले में पंचायत सचिव की भारी कमी है। वृद्धा पेंशन, कन्या विवाह योजना, कबीर अंतोष्ठी योजना समेत कई योजना में मुखिया की भूमिका को नगण्य कर दिया गया है।
इस मौके पर नगरनौसा पंचायत मुखिया सुरेंद्र प्रसाद, कैला पंचायत मुखिया अरुण कुमार, अरियावां पंचायत मुखिया अनिल कुमार सहित प्रखंड के सभी मुखिया उपस्थित थे
सरकार के खिलाफ नारेबाजी बीच सड़क धरना पर बैठे मुखिया
उधर इस्लामपुर से खबर है कि प्रखंड के 20 पंचायत के मुखिया की ओर से प्रखंड कार्यालय के सामने इसलामपुर पटना मुख्य मार्ग पर प्रर्दशन कर राज्य सरकार के विरोध मे नारेबाजी किया गया और सडक पर दरी बिछााकर धरना पर बैठ गये। जिसके कारण सड़कों पर आने जाने वाली वाहनो का आवागमन ठप रहा। इससे लोगो को परेशानी का सामना करना पडा।
मुखिया संघ के अध्यक्ष युगेशवर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्धारा मुखिया के अधिकारो मे कटौती कर दिया गया है। जिसके विरोध मे धरना प्रर्दशन, व चक्का जाम कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। जब तक सरकार मुखिया के अधिकारो की कटौती वापस नही लेगी। तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
इस मौके पर मुखिया निरज कुमार उर्फ पप्पु, उदय कुमार हिमांशु, विनोद कुमार पांडेय, वृजनंदन चौरसिया, सुशीला देवी, किरण देवी, सावित्री देवी, रंजु देवी, रजनीकांत सिंहा, सारो देवी, सविता देवी, पिंकी कुमारी, रिंकु कुमारी, प्रवीला कुमारी, राजीब कुमार, व पुर्व मुखिया अजय कुमार, लोहा सिंह, धर्मेंद्र चौहान के अलावे अनील सिंह, आदि मौजुद थे।