“सरकार द्वारा आम नागरिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं में गड़बड़ी करने वाले को किसी भी कीमत में बख्शा नहीं जाएगा ।” यह चेतावनी नालंदा के डीएम डॉ त्यागराजन एस एम ने सभी अधिकारियों एवं संबंधित कर्मियों को दी है।
डीएम ने कहा है कि सभी तरह की योजनाओ में पारदर्शिता एवं निष्पक्षता जरूरी है। इसके लिए कई स्तरों पर जांच एवं निगरानी की व्यवस्था की जा रही है।
बिहारशरीफ प्रखंड में समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने पाया गया था कि एक कृषि सलाहकार के द्वारा शौचालय निर्माण की योजनाओं में निर्धारित मापदंडो का पालन नहीं किया गया है। पुराने शौचालय का फोटो खींचकर तथा उसे सत्यापित कर उसके भुगतान की अनुशंसा की गई है।
डीएम ने इस मामले को गंभीरता से लिया एवं डीसीएलआर बिहार शरीफ को इसकी जांच करने को कहा। डीसीएलआर के जांच में भी मामले को सत्य पाया गया एवम मघरा के सम्बन्धित कृषि सलाहकार को फर्जी भुगतान का प्रयास करने का दोषी पाया गया।
हालांकि उसके द्वारा अनुशंसा किए गए मामलों में भुगतान नहीं किया गया है पर ऐसा करना काफी गंभीर है। डीएम ने उक्त कृषि सलाहकार पर कानूनी एवं अनुशासनिक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
डीएम ने सरकार की योजनाओं को क्रियान्वित कर रहे अधिकारी एवं कर्मियों को सख्त निर्देश दिया है कि वह किसी भी तरह की गड़बड़ी की अनदेखी न करें। चाहे कोई हो, गड़बड़ी करने वालों पेपर कड़ी कार्रवाई होगी।