“यहां बगैर कार्य कराए पैसे की निकासी, टेंडर में घोटाला मामले में नगर विकास विभाग से महालेखाकार के ऑडिटर को भी कमीशन दी जाती है……”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क। नालंदा जिले के राजगीर नगर पंचायत में करोड़ो के टेंडर घोटाला, सामग्री खरीद घोटाला,कम्बल घोटाला, विभागीय कार्य आदि में लगातार हो रहे लूट के कारण हमेशा साज़िश चलती रहती है। इस बार फाइल चोरी हो गयी है।
राजगीर नगर पंचायत कार्यालय से योजनाओं के सबसे महत्वपूर्ण 45 फाइल एवं कई कागजात चोरी हो गई है।चोरी की घटना के बाद नगर पंचायत के पदाधिकारियों एवं कर्मियों में अफरा-तफरी मची हुई है।
इस घटना में पदाधिकारी कर्मी एवं जनप्रतिनिधि भी शक के दायरे में आ गए हैं। इस घटना को लेकर आनन-फानन में नगर पंचायत कार्यपालक पदाधिकारी प्रथमा पुष्पांकर ने ने इस फाइल की चोरी का आरोप नगर पंचायत कार्यालय के कनीय अभियंता आनंद कुमार, टैक्स कलेक्टर अशोक कुमार,एवं सहायक क्लर्क रवि कुमार पर लगाया है और राजगीर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है।
इसकी पुष्टि करते हुए डीएसपी सोमनाथ प्रसाद के अनुसार राजगीर नगर पंचायत कार्यालय में सरकारी योजनाओं से जुडे फाइल चोरी की घटना को लेकर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी के द्वारा राजगीर थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। इस घटना में जो भी आरोपी हैं, उन पर जांच पड़ताल करते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
कुछ माह पूर्व भी नगर पंचायत के उपाध्यक्ष पिंकी देवी के पति अशोक राय कुछ वार्ड पार्षद के साथ कार्यपालक पदाधिकारी के बिना परमिशन से सरकारी फाइल और महत्वपूर्ण कागजातों के साथ छेड़छाड़ और उसका फोटो कॉपी कर रहे थे तो कार्यपालक पदाधिकारी ने इस घटना की सूचना डीएसपी राजगीर को दिया था।
तब डीएसपी राजगीर ने पुलिस को भेजकर उस मामले की जांच पड़ताल कराई थी। तब जाकर उन लोग ऑफिस से भागे थे। लेकिन पुलिस या विभागीय तौर पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।
डीएसपी ने आगे बताया कि इस पहलू की भी जांच पड़ताल की जाएगी। चूंकि मामला महत्वपूर्ण फाइल के चोरी का है। चोरी की घटना से कई लोग शक के दायरे में आ गए हैं, जिनमें जनप्रतिनिधि भी है।
बीते 6 जुलाई को कार्यपालक पदाधिकारी प्रथमा पुष्पांकर अपने ऑफिस से बाहर शौचालय निर्माण कार्य को लेकर फील्ड में थी और इधर उनके गैरमौजूदगी में गैरकानूनी हरकत करते हुए राजगीर नगर पंचायत के उपाध्यक्ष पिंकी देवी के पति अशोक कुमार राय और वार्ड पार्षद पंकज कुमार और उमेश रजक नगर पंचायत से जुड़े महत्वपूर्ण कागजात से छेड़छाड़ और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज को फोटो कॉपी करके अपने पास रख रहे थे कि नगर पंचायत के कर्मियों ने इस घटना की सूचना तुरंत कार्यपालक पदाधिकारी प्रथमा पुष्पांकर को दिया।
उसके बाद आनन-फानन में कार्यपालक पदाधिकारी ऑफिस पहुंचे और डीएसपी को इस घटना की सूचना दी तब डीएसपी सोमनाथ प्रसाद ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस को नगर पंचायत कार्यालय भेजा और मामले की जांच पड़ताल कराये थे और किसी तरह मामला शांत हुआ।
चोरी की घटना के बाद अब इन लोगों पर भी सवाल उठ गए हैं कि आखिर किस मनसा से यह लोग बिना परमिशन के सरकारी कागजात और फाइलों की फोटो कॉपी और छेड़छाड़ कर रहे थे। इस घटना के बाद वार्ड पार्षदों में भी काफी नाराजगी देखी जा रही है। इस घटना की उच्चस्तरीय जांच आरोपियों पर कडी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
वार्ड पार्षद श्रवन यादव ,मीरा कुमारी, अंजली कुमारी,पूर्व उपाध्यक्ष श्यामदेव राजवंशी,पूर्व पार्षद श्याम किशोर भारती ने कहा कि नगर पंचायत कार्यालय से इतने बडे पैमाने पर महत्वपूर्ण योजनाओं का फाइल चोरी हो जाना चिंतनीय विषय है।
इस घटना की पूर्ण रूप से जांच पड़ताल करते हुए पुलिस आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई करें और उच्चस्तरीय इसकी जांच करें। इस घटना को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी ने घटना को साजिश करार दिया।
वार्ड पार्षद अंजली कुमारी ने कहा कि कार्यालय के सभी कार्यो,टेंडर,सामान क्रय,विभागीय कार्य आदि में पैसे की लूट हो रही है, जिसकी विभागीय जांच किया जाना चाहिए। कनीय अभियंता आनंद कुमार के मिली भगत से प्राक्कलन घोटाला और टेंडर घोटाला को अंजाम दिया गया है।
उपाध्यक्ष के पति अशोक राय की साज़िश से फाइल चोरी हुआ है, क्योंकि कुछ ऐसे भी फाइल है जिसमे लाखो करोड़ो का लूट हुआ है। दो साल की सभी क्रय, टेंडर,विभागीय कार्य की जांच होनी चाहिए। यदि नगर कार्यालय के क्रियाकलापों की जांच हो तो करोड़ो का घोटाला सामने आ सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार सभी महत्वपूर्ण फाइल सुरक्षित स्थान गोदरेज में रखा हुआ था।और गोदरेज से ही इतने संख्या में फाइल की चोरी हो जाना। यह कई सवाल खड़े करते हैं। ट्रैक्टर, पानी टंकी,गाड़ी मे जितना कीमत है, दुगना रेट में लिया गया है। इसकी भी विभाग पूर्ण रूप से जांच पड़ताल करके संबंधित आरोपियों के ऊपर करवाई करें।