” स्कूली लफंगे छात्रों के उत्पात से स्कूल में अध्ययनरत छात्राएं न केवल भयभीत हैं बल्कि स्कूल छोड़ने का मन बना चुकी है। बच्चियों पर हो रही टोंटबाजी से अभिभावकों में भी काफी रोष व्याप्त है।”
पदाधिकारी द्वय सबसे पहले स्कूल के प्राचार्य और शिक्षकगणों से बारी-बारी से पूछताछ किया। उसके बाद स्कूल में अध्ययनरत बच्चों और उनके अभिभावकों से हर बिंदु पर पूछताछ की। उसके बाद पदाधिकारी द्वय स्कूल संबंधी आन्तरिक जांच भी किए।
जांच में आए तथ्यों का पदाधिकारी द्वय ने किसी प्रकार का खुलासा नहीं किया। सिर्फ इतना बताया गया कि संयुक्त जांच प्रतिवेदन एसडीओ सृष्टि राज सिन्हा को जल्द ही समर्पित किया जाएगा।
मालूम हो कि कतिपय स्कूली लफंगे छात्रों के उत्पात से स्कूल में अध्ययनरत छात्राएं न केवल भयभीत हैं बल्कि स्कूल छोड़ने का मन बना चुकी है। बच्चियों पर हो रही टोंटबाजी से अभिभावकों में भी काफी रोष व्याप्त है। जिसका इजहार अभिभावकों द्वारा जांच पदाधिकारी के समक्ष भी किया गया।
बहरहाल जो भी हो, जांच पदाधिकारी के पहुंचने से अध्ययनरत बच्चियां तथा अभिभावकों में प्रशासन के प्रति थोड़ा विश्वास बढ़ा है। अब देखना है कि पदाधिकारी द्वय की रिपोर्ट के आधार पर कतिपय लफंगे छात्र के विरुद्ध एसडीओ किस तरह की कार्रवाई का आदेश देते हैं।