“हेलीकॉप्टर मार्ग से रत्नागिरी पर्वत पर अवस्थित विश्व शांति स्तूप पहुंचे राज्यपाल ने स्थल परिक्रमा करने के बाद दूरबीन के माध्यम से गिद्ध कूट पर्वत का दर्शन किया। साथ ही दूरबीन के माध्यम से घोड़ा कटोरा झील और राजगीर के प्राकृतिक सौंदर्य का भी अवलोकन किया……………….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (बिहार शरीफ ब्यूरो)। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान अपने एक दिवसीय दौरे पर आज नालंदा पहुंचे, जहां उन्होंने राजगीर समेत नालंदा के कई ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण किया।
राज्यपाल हेलीकॉप्टर मार्ग से रत्नागिरी पर्वत पर अवस्थित विश्व शांति स्तूप पहुंचे जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इस मौके पर नालंदा के जिलाधिकारी योगेंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक निलेश कुमार ने उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर विश्व शांति स्तूप के मुख्य पुजारी टी ओको नोगी ने राज्यपाल को अंग वस्त्र भेंट किया।
उन्होंने विश्व शांति स्तूप का परिक्रमा करने के बाद दूरबीन के माध्यम से गिद्ध कूट पर्वत का दर्शन किया साथ ही राज्यपाल ने दूरबीन के माध्यम से घोड़ा कटोरा झील और राजगीर के प्राकृतिक सौंदर्य का भी अवलोकन किया।
राज्यपाल मंदिर पहुंचे, जहां उन्होंने ताइको बजा कर भगवान बुद्ध कि पूजा अर्चना की। इस अवसर पर बुद्धा सोसाइटी की स्वेता महारथी भी मौजूद थी।
राजगीर के बाद वे सड़क मार्ग से प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहर पहुंचे जहां उनका पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने बुके भेंट कर स्वागत किया।
इस मौके पर उन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय के पुरातात्विक अवशेषों का अवलोकन करते हुए नालंदा के गौरवशाली इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी ली। खंडहर का भ्रमण करते हुए राज्यपाल ने इस स्थल को दुनिया एक महान शिक्षण केंद्र बताया।
हालांकि नालंदा खंडहर के बाद उन्हें हेनसांग मेमोरियल हॉल जाना था। मगर समय के अभाव में हेनसांग मेमोरियल हॉल न जा सके और खंडहर के बाद नालंदा म्यूजियम पहुंचे। जहां उन्होंने पुरातात्विक अवशेषों का अवलोकन किया।
उसके बाद राज्यपाल भगवान महावीर की निर्वाण भूमि पावापुरी पहुंचे। जहां जैन जैनश्वेतांबर तीर्थ के संयुक्त मंत्री जे सी सुचंती ने उनका स्वागत किया।
इस मौके पर उन्होंने पावापुरी जल मंदिर जा कर भगवान् महावीर की पूजा अर्चना की। बिहार के राज्यपाल बनाने के उनका नालंदा का पहला दौरा था।