एक्सपर्ट मीडिया न्यूज़ डेस्क। राजधानी रांची के हटिया स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा से 100 करोड़ की सरकारी राशि बिल्डर के खाते में डालने के मामले में डीजीएम दुष्मंत कुमार पंडा का भी भुवनेश्वर ट्रांसफर कर दिया गया है। हालांकि, बैंक इसे रूटीन ट्रांसफर बता रहा है और पंडा को वहां ओएसडी बनाया गया है।
बता दें कि इसके पहले एक दिन पहले बैंक के दो कर्मी अनिल उरांव और कमलजीत खन्ना को सस्सपेंड कर दिया गया है।
उधर, बिल्डर के यहां बकाया 30 करोड़ रु. के मामले में एसबीआई को पता चला कि भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी के रांची स्थित अन्य दो बैंक एचडीएफसी, अशोक नगर और इंडसंड बैंक, मैन रोड शाखा में अब भी 19 करोड़ जमा हैं।
लेकिन, जब दोनों बैंकों से एसबीआई के अफसरों ने भानु कंस्ट्रक्शन कंपनी की फ्रॉडिंग के बारे में बताते हुए उनकी रकम अटैच करने की बात कही तो जवाब मिला कि वे बगैर खाताधारक की सहमति से ऐसा नहीं कर सकते।
रांची से हटाये गये एसबीआई के डीजीएम दुष्मंत कुमार पंडा का कहना है कि कि 19 सितंबर को मिड डे मील की राशि दूसरे खाते में ट्रांसफर होने की बात जैसे ही पता चली, तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। अगले दिन 20 सितंबर को सरकार की पूरी सौ करोड़ राशि 45 लाख रु. ब्याज के साथ मिड डे मील के खाते में जमा करा दी।
पंडा के मुताबिक बैंक बिल्डर से संपर्क में है और वह रकम लौटाने को तैयार है। बैंक से रकम का ट्रांसफर भूलवश हुआ था। इसमें किसी की मिलीभगत नहीं है। हालांकि, मामला जांच के लिए सीबीआई को सौंपा जा चुका है।
एसबीआई हटिया शाखा में दिसंबर 2016 में खुला था भानु कंस्ट्रक्शन का एकाउंट। 5 अगस्त तक इस एकाउंट में कुल 12 लाख 9 हजार 729 रु.थे। उस दिन मिड डे मिल का 100 करोड़ एक लाख 41 हजार 16 रुपए जमा हुए।
भानु कंस्ट्रक्शन के खाते में कब कितना जमा हुआः
8 अगस्त को 4,93 532 रुपये, 9 अगस्त को 228991 रुपये, 10 अगस्त को 30 हजार रुपये, 14 अगस्त को 2,57,000 रुपये, 18 अगस्त को 2,76,60,014 रुपये, 01 सितंबर को 79 लाख रुपये और 1.39 करोड़ रुपये, 22 सितंबर को 6 करोड़ 75 लाख रुपये, 25 सितंबर को 1.36,करोड़ रुपये, 1.99 करोड़ और 9.66 करोड़ रुपये, 27 सितंबर को 7 लाख लाख रुपये।
भानु कंस्ट्रक्शन के खाते से कब कितना निकलाः
9 अगस्त को 7200 एवं 28,000 रु., 10 अगस्त को 500029 रु., 11 अगस्त को 843 रु., एक लाख और 2,50,00,59 रु., 14 अगस्त को 50 हजार रु., 16 अगस्त को 25,70,059 रु., 16 अगस्त को 1.59 करोड़ रु., 19 अगस्त को 61,089,7 रु., 21 अगस्त को 2,00011 रु., 76,19611 रु. और 2,39,37,031 रु., 24 अगस्त को 49,46309 रु., 84,91559 रु, 30 अगस्त को 10 लाख, 31 अगस्त को 4,2972679 रु., 79,24751 रु., 1 सितंबर को 76 लाख और 5.48 करोड़, 4 सितंबर को 2.59 करोड़ और 1.3 करोड़ रु, 6 सितंबर को 70,00059 रु, 26 सितंबर को 2.72 करोड़ , 70,000, 27 सितंबर को 7,00,000 रु. निकला।
26 सितंबर को भानु कंस्ट्रक्शन के खाते से 2.72 करोड़ 70 हजार रुपए स्टेट बैंक ने ले लिए। बुधवार को पार्टनर सुरेश कुमार के एचडीएफसी बैंक खाते से 7 लाख रु. स्टेट बैंक खाते में आया। उसे बैंक ने जब्त कर अपने सस्पेंस एकाउंट में जमा कर लिया। अभी करीब 27 करोड़ रु. कंस्ट्रक्शन कंपनी से वसूलना बाकी है।
भानु कंस्ट्रक्शन की जीएम अलका सिंह की माने तो कंपनी के खाते में 100 करोड़ आने पर हमने बैंक से स्टेटमेंट मांगे जो हमें नहीं दिए गए। उनकी ऑफिस कभी बंद नहीं हुई। बैंक के 70.55 करोड़ जमा किए जा चुके हैं। शेष राशि का इंतजाम करने के लिए दोनों डायरेक्टर संजय तिवारी और सुरेश कुमार प्रयासरत हैं।