बोली ममता- ‘आयुष्मान से मुझे बिटिया समेत मिला नवजीवन’
“पिछले दिनों प्रधानंत्री ने रांची एयरपोर्ट पर आयुषी की मां से मुलाकात कर आयुषी का हाल जाना। वहीं एक्सपर्ट मीडया न्यूज ने आयुषी की मां से मुलाकात कर इस योजना के विषय में जाना….”
एक्सपर्ट मीडिया न्यूज (संतोष कुमार)। दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना आयुष्मान भारत योजना की पहली लाभुक पूनम महतो आज काफी खुश है।
कारण उसके गोद में जो बच्ची है, वो आयुषी है, उसका जन्म 23 सितंबर 2018 को उस वक्त हुआ था, जिस वक्त देश के प्रधानमंत्री इस योजना की शुरूआत कर रहे थे और आयुषी की मां ममता महतो प्रसव पीड़ा से परेशान थी।
परिजनों के पास पर्याप्त पैसे नहीं थे। परिजन ममता को जमशेदपुर सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। इधर अस्पताल ने आयुष्मान योजना के माध्यम से ईलाज शुरू किया और इस योजना की पहली बच्ची यानि आयुषी का जन्म हुआ।
आयुषी प्रधानमंत्री मोदी के सपनों की वो बच्ची है, जिसे वे जीवनभर शायद नहीं भुला पाएंगे। आयुषी पूरे साढ़े चार महीने की हो गई है। अब तो वह किलकारियां भी मारती है।
ममता महतो के अनुसार यह योजना देश के करोंड़ों गरीबों के लिए वरदान साबित होगा। ममता महतो बताती है, जिस वक्त उन्हें प्रसव पीड़ा हो रही थी और घर में पैसे नहीं थे। ऐसे में इस योजना के लांचिग के साथ ही सबसे पहला लाभ उन्हें मिला।
ममता इसके लिए प्रधानमंत्री और राज्य के मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट करते हुए बताती है कि आयुषी के कारण प्रधानमंत्री के साथ सीधा संवाद करने और उन्हें बिल्कुल करीब से देखने का मौका मिला। वह काफी खुश नजर आ रही है।
ममता का मानना है, कि इस योजना से गरीबों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। वैसे आयुषी के जन्म से सरायकेला- खरसावां जिले का बांसुरदा गांव भी देश और दुनिया के नक्शे पर सदा के लिए रेखांकित हो गया।
जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर की दूरी पर बसे इस गांव को साढ़े चार महीने पहले कोई नहीं जानता था आज यह गांव आयुषी के गांव नाम से जाना जाने लगा।