बिहारशरीफ (संवाददाता)। मंगलवार की रात नालंदा जिले के एकंगरसराय बिजली ऑफिस के समीप स्थित आवासीय ज्ञान ज्योति शिक्षण संस्थान में पढ़ने वाले एक 10 वर्षीय प्रिंस नामक छात्र की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई।
प्रिंस की मौत की खबर सुनते ही धुरगावं पंचायत के महम्मदपुर गाँव के सैकड़ों ग्रामीणों ने बच्चे की हुई संदेहास्पद मौत पर बुधवार की अहले सुबह एकंगरसराय अस्पताल परिसर एवं स्कूल के बाहर पहुँचकर स्कूल के संचालक के विरुद्ध जमकर हंगामा किया और एकंगरसराय हिलसा मुख्यमार्ग बिजली ऑफ़िस के समीप मृतक छात्र का शव को सड़क पर रखकर सड़क जाम कर दिया।
घटना के बाद स्कूल संचालक स्कूल में बाहर से ताला लगाकर फरार हो गया।
उतेजित ग्रामीणों ने बताया कि धुरगांव पंचायत के महमदपुर गाँव निवासी गनौरी प्रसाद के 10 बर्षीय एकलौते पुत्र प्रिंस कुमार एकंगरसराय बिजली ऑफिस के समीप स्थित आवासीय ज्ञान ज्योति शिक्षण संस्थान में रहकर नर्सरी में पढ़ता था।
ग्रामीण जीतू कुमार ने बताया कि मंगलवार को शाम से देर रात तक बच्चे की हाल समाचार जानने के लिये स्कूल द्वारा दिये गये मोबाइल नम्बर पर दर्जनों बार फोन किया गया लेकिन, मोबाइल रिसीव नहीं किया गया।
स्कूल के संचालक के द्वारा बुधवार को अहले सुबह में मृत बच्चे को इलाज के लिए एकंगरसराय के एक निजी अस्पताल में लाया गया, लेकिन चिकित्सक ने छात्र को देखते ही मृत घोषित कर दिया। फिर आनन फानन में स्कूल के संचालक ने स्थानीय अस्पताल में रखकर फरार हो गया और इस घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी।
मृतक छात्र प्रिंस के पिता संतान के लिए दूसरी शादी किया था। दूसरी पत्नी से मात्र एकलौते पुत्र प्रिंस कुमार था। छ बहन के इकलौते भाई प्रिंस था। पिता गनौरी प्रसाद पेशे से दैनिक मजदूरी कर अपने परिजनों को भरण पोषण करते है। शिक्षा की इस दौर में किशोरी के मन में बडी लालसा थी कि वे अपने एकलौते पुत्र को आवासीय विद्यालय में रखकर अच्छा शिक्षा ग्रहण करावे। इसीलिए वे आवासीय विद्यालय में नामांकन करा दिया था। किशोरी का सपना कुछ ही महीनों में टूटकर बिखर गया।
आपसी समझौता के बाद लोगों ने मृतक छात्र प्रिंस का शव को दाह-संस्कार के लिए अपने साथ ले गये।
स्कूल संचालक का कहना है कि बुधवार को अहले सुबह में सोये हुए बच्चे को जगाने गये तो छात्र प्रिंस अचेतावस्था में पड़ा हुआ था, जिसे देखकर तुरंत इलाज के लिये स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
ज्ञात हो कि लगभग एक वर्ष पूर्व भी इस स्कूल के एक छात्र पिरोजा गाँव के तालाब में डूब जाने के कारण मौत हो गई थी। उस समय भी काफी हो हंगामा हुआ था। इस विद्यालय के लिए यह दूसरी घटना है।