“इस मामले की तत्काल सूचना थाना पुलिस और अंचलाधिकारी को दी गई। लेकिन यहां घंटों बाद कहीं से कोई नहीं पहुंचा। इसके बाद ग्रामीणों ने इस मामले की सूचना नालंदा डीएम व हिलसा एसडीओ को देने की कोशिश की। लेकिन वे भी अपना फोन रिसीव नहीं कर पाये।”
वहां की ग्रामीणों ने एफसीआई का चावल एक घर के सामने उतारते ही पकड़ लिया। इसकी सुचना पुलिस व प्रशासन को भी दिया। लेकिन कोई भी पदाधिकारी उक्त स्थल पर नहीं पहुंचा और वह चावल आराम से घर के अन्दर कर लिया। ये चावल फतुहा एफसीआई गोदाम का बताया जाता है।
ग्रामीणों ने बताया कि माधोपुर बाजार के गल्ला व्यवसायी श्रवण साव के घर के सामने एफसीआई का 30 वोरा चावल उतर रहा था। तभी वे लोग उक्त स्थान पर पहुंचकर हो-हल्ला करने लगे। गल्ला माफिया इतना तेज था की एफसीआई का बोरा को उलटकर चावल रखा था। जिसे कोई पहचान न सके।
माधोपुर में यह कोई पहला गल्ला व्यवसायी नहीं है। यहां कई ऐसे कई व्यवसायी हैं जो एफसीआई का चावल खराद कर खुले बाजार में कालाबाजारी कर रहे हैं। लेकिन पुलिस व प्रशासन आँखे मूंदे हुई है।