गोमिया (INR)। नक्सली सप्ताह के पहले ही दिन नक्सलियों ने डुमरी बिहार रेलवे स्टेशन को आग के हवाले कर दिया। एक मालगाड़ी के इंजन में भी आग लगा दी। स्टेशन मास्टर, ड्राइवर और गार्ड के वाकी-टॉकी लूट लिए। जगह-जगह पोस्टर भी चिपकाए।
बता दें कि नक्सली 25 से 31 मई तक नक्सली सप्ताह मना रहे हैं। इस घटना के करीब 14 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर एक बजे से इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन शुरू हुआ।
स्टेशन मास्टर मनोज मुर्मू ने बताया कि रात सवा 11 बजे करीब 40 नक्सलियों ने स्टेशन पर धावा बोला। कहा-घबराओ नहीं, तुमलोगों को कुछ नहीं करेंगे। सिर्फ रेलवे की संपत्ति को नुकसान पहुंचाएंगे। फिर सिग्नल को लाल करवा दिया। वहां से गुजर रही खाली मालगाड़ी को रुकवाकर ड्राइवर और गार्ड को उतार दिया और इंजन में आग लगा दी।
इसके बाद स्टेशन में भी आग लगा दी। इससे सारे उपकरण और कागजात जल गए। सिग्नल प्रणाली पूरी तरह से ठप हो गई। जगह-जगह पोस्टर चिपकाए। इसमें सीएनटी-एसपीटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ 29 मई को प्रस्तावित बंद को सफल बनाने का आह्वान किया गया है। घटना को अंजाम देने के बाद बिना किसी को नुकसान पहुंचाए वहां से चले गए।
नक्सली सप्ताह को देखते हुए गुरुवार को ही पुलिस ने ट्रेनों को सुरक्षित चलाने की रणनीति बनाई थी। नक्सलियों से निपटने के लिए एक्शन प्लान बनाया गया था। अब नए सिरे से तैयारी हो रही है।
रेलवे प्रबंधन ने तत्काल गोमो-चोपन पैसेंजर और आसनसोल-बरकाकाना पैसेंजर ट्रेन को रद्द कर दिया। वहीं, आसनसोल-बरकाकाना पैसेंजर को बोकारो स्टेशन से आसनसोल रवाना किया गया।
अहमदाबाद-कोलकाता एक्सप्रेस को डायवर्ट करते हुए बरकाकाना से हजारीबाग टाउन रोड-कोडरमा होकर रवाना किया गया। नक्सलियों ने सिग्नल सिस्टम को भी फूंका। इस दौरान 14 घंटे रेल यातायात ठप रहा।