Home देश गिरती कानून-व्यवस्था के बीच थानों में इस बदलाव के असल मायने?

गिरती कानून-व्यवस्था के बीच थानों में इस बदलाव के असल मायने?

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बिहार के थानों में आज यानि 15 अगस्त से पूरी व्यवस्था बदल दी गई है। लेकिन यह बदलाव थानों की बदनाम पुलिसिंग पर कितना सकारात्मक असर डालेगा, यह तो आने वाला समय ही बताएगा………………”

nitish kumar bihar police2पटना (एक्सपर्ट मीडिया न्यूज नेटवर्क)। सूबे के 994 थानों में आज से पुलिस की दो टीम अलग-अलग काम करेगी। पहली टीम कानून-व्यवस्था संभालेगी तो दूसरे के जिम्मे अनुसंधान का काम होगा।

थानों में एक मालखाना प्रभारी के अलावे थानाध्यक्ष के अलावे दो अपर थानाध्यक्ष होंगे। इसके अलावे बड़े अनुमंडल में सहयाक एसडीपीओ की भी तैनाती होगी है।

हालांकि सरकार ने अब तक सहायक एसडीपीओ की तैनाती नहीं की है। संभावना है कि शुक्रवार यानि 16 अगस्त तक वैसे बड़े अनुमंडलों में सहयाक एसडीपीओ की तैनाती हो जाएगी।

इसके अलावे सरकार ने स्वतंत्रता दिवस से हीं पुलिस जोन को खत्म कर दिया है। अब सिर्फ सिर्फ रेंज ही रह जाएंगे। बड़े रेंज में आईजी और छोटे रेंज में डाईजी की पोस्टिंग कर दी गई है।

नीतीश सरकार द्वारा यह बदलाव पुलिसिंग को चुस्त-दुरुस्त करने की दिशा में अहम बदलाव बताया जा रहा है। इन बदलाव को आज यानि स्वतंत्रता दिवस से प्रभावी बनाने का निर्णय लिया गया था।

बिहार में 1074 थाने हैं। इनमें अनुसूचित जाति एवं जनजाति और महिला थानों की संख्या 80 है। चूंकि इन थानों में सिर्फ अनुसंधान का काम होता है, लिहाजा इनमें कार्य बंटवारे का कोई मतलब नहीं है। बचे हुए 994 थानों में कानून-व्यवस्था और अनुसंधान देखने के लिए दो अलग-अलग टीमें बनाई गई हैं।

कानून-व्यवस्था और अनुसंधान की जिम्मेदारी में किसी तरह की कोई दिक्कत न हो इसके लिए थानों में दो अपर प्रभारी होंगे। एक अनुसंधान तो दूसरा कानून-व्यवस्था देखेगा। इनकी तैनाती कर दी गई है। थाने में मौजूद पुलिस अधिकारियों के बीच भी काम का बंटवारा कर दिया गया है।

सरकार द्वारा 50-50 प्रतिशत बल को दोनों इकाइयों में रखने के आदेश दिए गए हैं। स्थानीय जरूरतों के मुताबिक 75 प्रतिशत तक अनुसंधान और 25 प्रतिशत पुलिस अधिकारी कानून-व्यवस्था के काम में लगाए जा सकते हैं।

थाना प्रभारी और सर्किल इंस्पेक्टर के पद पर अब दागदार अधिकारी तैनात नहीं होंगे। पुलिस मुख्यालय के आदेश पर ऐसे 384 पुलिस अधिकारियों की छुट्टी 8 अगस्त तक कर दी गई थी। भविष्य में भी अब इन पदों पर सरकार के मापदंड में फिट नहीं बैठने वाले पुलिस अधिकारियों को तैनात नहीं किया जाएगा।

जोनल आईजी के पद को समाप्त कर दिया गया है। इनकी जगह सिर्फ रेंज ही रहेगा। पटना, भागलपुर, दरभंगा और मुजफ्फरपुर को जोन की जगह पुलिस रेंज में बदल दिया गया है। वहीं, बेगूसराय नया पुलिस रेंज बनाया गया है। यह आदेश भी आज से लागू हो गई है।

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