पथ निरीक्षण के दौरान बीस सूत्री अध्यक्ष से मेठ ने कहा
रांची (मुकेश भारतीय)। सोमवार को ग्रामीणों की शिकायत पर प्रखंड बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष बालक पाहन बोल्डर डस्ट पीचिंग पथ का निरीक्षण करने गगारी पंचायत के बड़का गगारी गांव पहंचे। उनके साथ भाजपा मंडल अध्यक्ष दिलिप मेहता एवं विधायक प्रतिनिधि राजेश गुप्ता भी साथ थे।
इस दौरान मनरेगा के तहत बन रहे इस पथ के मेठ जलेश्वर बेदिया ने बताया कि मनरेगा योजना 2015 के के तहत कुल 11.2 लाख रुपये की लागत से मार्च, 2016 तक उक्त पथ का निर्माण कार्य पूरा करना था लेकिन अब तक उन्हें मात्र 3.30 लाख रुपये ही उपलब्ध कराये गए हैं। उसमें भी विभागीय लोगों द्वारा 25 फीसदी अपना नाजायज कमीशन काट कर भुगतान किया गया है।
बेदिया ने अध्यक्ष को बताया कि ग्रामीणों ने कई बार विभागीय अभियंता से इस महती पथ के निर्माण कार्य जल्द से जल्द पूरा करने का अनुरोध किया है लेकिन अब वे डोभा और तालाब निर्माण का हवाला देकर बहानेवाजी कर रहे हैं।
मेठ ने ग्रामीणों के सामने अध्यक्ष को जानकारी दी कि उक्त पथ पर करीब 33 सौ फीट बोल्डर डस्ट पीचिंग का काम होना था लेकिन समयावधि के 3 माह बाद भी करीब आठ सौ फीट काम ही हो पाया है। उसने स्वंय काम का एमभी देखा है। काम पूरा नहीं हो पाने का एक बड़ा कारण पंचायत सेवक गुप्तानाथ कुमार की कमीशनबाजी का खुला खेल है। उसने मटेरियल के पैसे में 25 फीसदी की राशि सप्लायर के एकाउंट से ही ऑफिस मैनेज करने के नाम पर काट कर भुगतान किया और बाद में एमभी नहीं बनने की बात कह कर टरकाते रहा । मेठ ने प्रमाणिक तौर पह कहा कि एक बार 93 हजार का एमभी बना लेकिन उसे 70 हजार रुपये के चेक दिये गये तथा बाकी के 23 हजार रुपये पंचायत सेवक सप्लायर के एकाउंट से रख लिए।
गगारी पंचायत के वार्ड संख्या 6 की निर्वाचित सदस्या सुनीता देवी ने कहा कि इस पथ का निर्माण कार्य मार्च से ही बंद है। गांव वाले इसे जल्द पूरा करवाने की मांग करते हैं उन्होने कभी भी यहां किसी अधिकारी-कर्माचारी को कार्य निरीक्षण करते नहीं पाया है। इसमें कहीं न कहीं कुछ जरुर गड़बड़ है।
गहन निरीक्षण और पूछताक्ष के बाद प्रखंड बीस सूत्री कार्यक्रम कार्यान्वयन समिति के अध्यक्ष बालक पाहन ने कहा कि बड़का गगारी पथ निर्माण में भारी अनियमियता बरती गई है। इसमें सरकारी राशि की लूट का खुला खेल दिखता है। उस कारण ही समय पर सड़क निर्माण नहीं हो पाया है। इससे किसान-मजदूर भाईयों को एक बार फिर बरसात में भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। इस मुद्दे पर बीस सूत्री की जल्द आहूत बैठक में गंभीरता से विचार किया जाएगा एवं दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की अनुशंसा की जायेगी।