” कंकड़बाग थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला कुछ भी नहीं है। उनके थाना क्षेत्र से लड़की भागने का मामला था। उनके थाना में 22 जून को दर्ज मामले को लेकर चंडी पुलिस की सूचना पर हम प्रेमी जोड़ी को ले आये। आगे हम कुछ नहीं जानते। “
पटना (संवाददाता)। आज कल पुलिस थाना स्तर के अफसर बिना कोई परिश्रम उपलब्धि पाये खुद की पीठ थपथपाने की जुगत भिड़ा लेते हैं। लेकिन इस पीठ थपथपाई में उनकी भद पिट जाती है, जब सारा रहस्य उजागर हो जाता है।
कहानी राजधानी पटना पुलिस के कंकड़बाग थाना और नालंदा जिले के चंडी थाना से जुड़ी है। इन दोनों थाना में एक प्रेम प्रसंग के मामले में दो अलग-अलग कथित अपहरण के मामला दर्ज किये गये।
कंकड़बाग थाना में प्रेमी संग भागी युवती के परिजनों ने विगत 22 जून को एफआइआर दर्ज कराई तो दूसरी तरफ प्रेमिका को उड़ा ले भागे युवक के परिजनों ने चंडी थाना में पिछले 4 जून को। दोनों एफआइआर में एक-दूजे के खिलाफ अपहरण के आरोप थे।
नालंदा पुलिस द्वारा मीडिया ग्रुप में जारी एक अज्ञात स्तर के प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार चंडी थाना के नरसंडा निवासी चन्द्रभुषण कुमार की लिखित शिकायत पर 04.07.2017 को धारा-363,365 भादवि के तहत अपहरण का एक मामला दर्ज किया गया। उसके बाद अपहृत और संलिप्त अभियुक्तों की गिरप्तारी के लिये थाना प्रभारी कमलजीत के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। उस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुये महज 6 घंटे के भीतर अपहृत रवि कुमार सकुशल बरामद करते हुये संलिप्त सभी अभियुक्तों को घटना में प्रयुक्त स्कार्पियो -BR-01PA-4336 धर दबोचा।
प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गिरफ्तार अभियुक्तों में कंकड़बाग थाना के पूर्वी इंदिरा नगर रोड निवासी सुरेन्द्र कुमार, नौबतपुर थाना के चंचौल निवासी रंजीत कुमार और हिलसा थाना के भदौर निवासी छोटे पासवान हैं तथा पुलिस छापामारी दल में चंडी थाना प्रभारी पुअनि कमलजीत, पुअनि मुक्तिनारायण राय समेत थाना के सशस्त्र बल एवं चौकीदार शामिल हैं।
इस संदर्भ में जब कंकड़बाग थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला कुछ भी नहीं है। उनके थाना क्षेत्र से लड़की भागने का मामला था। उनके थाना में 22 जून को दर्ज मामले को लेकर चंडी पुलिस द्वारा मिली सूचना को आलोक में चंडी पुलिस की सूचना पर हम प्रेमी जोड़ी को ले आये। आगे हम कुछ नहीं जानते।
चंडी पुलिस द्वारा अपहरण के मामले में अभियुक्तों की 6 घंटे के भीतर धर दबोचने या युवती पक्ष के द्वारा कंकड़बाग थाना में मौजूद आरोपियों को धर पकड़ लाने आरोप की बाबत उन्होनें साफ तौर पर कहा कि इस मामले में हम कुछ नहीं जानते।
दरअसल, इस पूरे मामले को गौर से देखें तो साफ तौर पर स्पष्ट होता है कि पेशे से ड्राईवर एक युवक पटना के कंकड़बाग थाना क्षेत्र की युवती संग प्रेम की पींगें बढ़ाते हुये चंडी थाना क्षेत्र के नरसंडा गांव ले आया। अब उसने आपस में शादी की या नहीं, स्पष्ट नहीं हो सका है। लेकिन युवती भागने-भगाने को लेकर विगत 22 जून को कंकड़बाग थाना में एक मामला दर्ज किया गया। जब युवती के पिता को यह मालूम चला कि उसकी बेटी चंडी के नरसंडा गांव में हैं तो इसकी सूचना थाना को दी। फिर बाद में चंडी पुलिस की सूचना पर कंकड़बाग पुलिस प्रेमी युगल को साथ ले गई।
इधर विगत 4 जुलाई को प्रेमी के भाई ने चंडी थाना में प्रेमिका के पिता व दो अन्य के खिलाफ यह शिकायत दर्ज करवाई कि उसके एक अन्य भाई को उन लोगों ने उठाकर पटना की ओर ले भागे हैं। इसी शिकायत पर चंडी पुलिस तीन अपहृत संग 3 नामजद अपहरणकर्ताओं को 6 घंटे के भीतर धर दबोचने की मिसाल कायम कर दी।
युवती के परिजनों का साफ कहना है कि उसने प्रेमी के भाई को स्कार्पियो में बैठा कर पटना लाये थे लेकिन, चंडी पुलिस ने कंकड़बाग थाना में मौजूद प्रेमिका के पिता व अन्य नामजद दो लोगों को यह कह कर साथ ले गई थी कि नालंदा के एसपी पुछताछ करना चाहते हैं। उसके बाद में पता चला कि तीनों को अपहरण के आरोप में जेल भेज दिया गया है।
जाहिर है कि पटना की कंकड़बाग थाना पुलिस और नालंदा की चंडी थाना पुलिस ने एक प्रेम-प्रसंग के मामले में सब कुछ जानते हुये भी अपने-अपने हिस्से में एक ‘ ऐतिहासिक उपलब्धि’ रच अपने-अपने कप्तान को खुश करने एवं मीडिया की सुर्खियां पाने की योजना बना ली। लेकिन इस योजना में दोनों थाना पुलिस की भद की चर्चाएं सर्वत्र हो रही है।