“निरीक्षण के दौरान प्रमुख ने पाया कि खाना बनाने वाले कर्मी किसी भी सरकारी मापदंडों के अनुरूप एनजीओ वाले खाना नहीं बना रहे थे, कहीं कोई भी मापदंड को पूरा नही हो रहा था…….”
निरीक्षण के दौरान प्रखंड प्रमुख ने किचन में कई खामियां पाया। साथ ही किचन के प्रबंधक से कई सवाल पूछे, जिसका जबाब देने में प्रबंधक टाल मटोल करते हुए सवालों से बचने के लिए दूसरे विषयों पर चर्चा निकाल रहे थे।
इस बात की जनकारी देते हुए प्रखंड प्रमुख अंतरा देवी ने बताया कि विद्यार्थियों एवं ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायत मिल रही थी कि विद्यालय में बच्चों को गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं दिया जा रहा है। भोजन के नाम पर एनजीओ द्वारा खानापूर्ति किया जा रहा है। विद्यार्थियों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ किया जा रहा है।
शिकायत मिलने के आलोक पर अपने पंचायत समिति सदस्यों के साथ सोमवार के सुबह रामघाट स्थित (मध्यान भोजन आपूर्ति करने वाला संस्थान ) एकता शक्ति फाऊंडेशन का औचक निरीक्षण किया।
जब संस्थान के प्रबंधक संतोष कुमार सिंह स्टॉक रजिस्टर गर्मियों के आने जाने से संबंधित एवं अन्य जरूरी कागजात की मांग किया गया तो दिखाने में असमर्थता जताई। साथ ही पूछे गए सवालों को भी सही तरीके से जबाब नही दिए।
प्रमुख की निरीक्षण टीम में पंचायत समिति सदस्य दिलीप पासवान, संजय कुमार वर्मा आदि शामिल थे।