रांची (मुकेश भारतीय)। मंगलवार की अहले सुबह करीव 5 बजे ओरमांझी प्रखंड के सांडी गांव निवासी जगनु महतो (50) नामक एक गरीब किसान की 12-13 हाथियों की झुंड ने घेर कर घर के सामने ही कुचल कर मार डाला। मृतक अपने पीछे पत्नी समेत दो पुत्र एवं एक पुत्री छोड़ गये हैं। इस घटना के पहले हाथियों के उत्पाती झूंड ने भुसूर एवं उसके आसपास के क्षेत्रों में भी गांव में भारी तबाही मचाई है। खेतों के फसल रौंद दिये हैं और कई घरों को तहस-नहस कर डाला है।
ग्रामीणों के अनुसार जगनु महतो अहले सुबह शौच से लौट रहे थे कि भुसूर गांव साइड से आ रहे हाथियों की एक झूंड ने अचानक उन्हें घेर लिया और पहले अपनी सूढ़ों से पटक-पटक कर अधमरा कर दिया तथा उसके बाद पैरों से कुचल डाला। उससे उनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद हाथियों का झूंड मुट्टा पहाड़ की ओर चला गया। इस गांव में हाथियों द्वारा इस तरह की दर्दनाक घटना को पहली बार अंजाम दिया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय खिजरी विधायक राम कुमार पाहन, पूर्व अनगड़ा प्रमुख राजेन्द्र साही मुंडा, ओरमांझी प्रखंड आजसू अध्यक्ष दिगम्बर महतो, थाना प्रभारी वनपाल आदि लोग घटनास्थल पहुंचे और शोक संतप्त परिवार को ठाढ़स बंधाया। इस मौके पर विधायक ने पीड़ित परिवार को हरसंभव सरकारी सहायता का भरोसा दिलाया।
“ यहां जंगली हाथियों का आतंक बढ़ता जा रहा है। मुआवजा समस्या का मूल समाधान नहीं है। सरकार को कारगर कदम उठानी चाहिये। हाथियों का भगाव दल ठीक से काम नहीं कर रहा। हाथियों को सुरक्षित क्षेत्र में ले जाने के बजाय दुसरे गांवो की ओर खदेड़ दिया जा रहा है। कई मौकों पर तो हाथियों के उपद्रव के सामने भगाव दल ही भाग खड़ा होता है।” ……राजेन्द्र शाही मुंडा, आजसू नेता।